आरोपितों के सामने आते ही उभर आए ठगी के कई मामले

अरांई थाने के बाहर आप बीती सुनाते हुये अन्य जगहों से आयी महिलाएं व परिजन।
अरांई थाने के बाहर आप बीती सुनाते हुये अन्य जगहों से आयी महिलाएं व परिजन।

 

अरांई थाने में पूछताछ के लिये लायी गयी महिलायें।
अरांई थाने में पूछताछ के लिये लायी गयी महिलायें।

अरांई। सोमवार को अरांई तहसील मुख्यालय पर ठगी करने वाली महिलाओं की शक्लें सामने आते ही गत दो वर्ष पूर्व से लेकर गत दिनों ठगी गई टोडारायसिंह, अजमेर आदि जगह की महिलायें अरंाई थाने पहुंच गई। थाने पहुंच कर ठगी हुई महिलाए घटनाओं को अंजाम देने वाली महिलाओं को पहचानने लग गई। वहीं अजमेर निवासी एक महिला सहित अन्य महिलायें परबतसर थाने में भी पहुंच गई। जिनमें कई पीडित महिलाओं को बेबस होकर लौटना पडा तो कई ने चेहरे पहचान ही लिये। अरांई पुलिस ने भी मालपुरा से अरांई निवासी पीडित महिला के बर्तन जब्त कर जांच पडताल करते हुए अजमेर में सुन्दार की तलाश शुरू कर दी है।
ये महिलायें भी हुई ठगी का शिकार :- प्राप्त जानकारी के अनुसार अजमेर पहाडगंज निवासी आशा देवी पत्नि महेन्द्र, टोंक जिला निवासी कैलाशी देवी शर्मा, चन्द्रकला पत्नि कैदारमल पाण्डे, सहित दो वर्ष पूर्व ठगी का शिकार हुई अरांई के हिंगोनिया निवासी सुरता पत्नि गोपाल जाट, कमलेश पत्नि परमेश्वर, शिमला पत्नि नन्दकिशोर तेली आदि महिलायें ठगी का शिकार हुयी है। जिनमें से अरांई थाने में पूछताछ के लिये लायी गई महिलाओं को अरांई निवासी नीतू पत्नि राजू आचार्य, सरोज पत्नि रामकुवंार आचार्य, खुरजा पत्नि गोपाल आचार्य, हिंगोनिया निवासी महिलाओं ने पूर्ण रूप से पहचाने की पुष्टि की है। इधर परबतसर थाने में अजमेर निवासी आशा देवी ने पहचाने की पुष्टि की है। मामले को गम्भीर मानते हुये अरांई पुलिस अपने स्तर पर पडताल कर रही है।
फोटों खींचता ही गेहणा सूत समेत पाछा :– गौरतलब है कि पीडित सभी महिलाओं को अगे्रंजो के नाम पर ही फोंटों खिंचवाने कर ईनामी राशि का दूसरा हिस्सा देने की बात कहकर घटनाओं को अंजाम दिया गया है। पीडित महिलाओं से मिली जानकारी के अनुसार ठगी करने वाली महिलायें लगातार तीन चार रोज तक महिलाओं के सम्पर्क में रही। साथ ही छोटे बडे बर्तनों से घटना की शुरूआत करते हुये पीडित महिलाओं को रूपये, व महंगे बर्तन देने का दौर जारी रखा गया। एक दो दिन बाद महिलाओं ने चार पांच घंटे के लिए गहने मांगने के ऐवज में फ्रीज, कुलर आदि सामान देने का लालच देते हुये लाखों के गहने लेकर चम्पत होते हुये घटनाओं को अंजाम दिया गया। साथ ही पीडित महिलाओं को अगें्रजो के सामने फोटों खींचता ही गेहणा सूत समेत पाछा का लोभ देकर घटनाओं को अंजाम दिया गया।
-मनोज सारस्वत

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