आत्मस्वरूप को प्राप्त हो गए वें सिद्ध परमेष्ठी- आचार्य वर्धमान

2मदनगंज-किशनगढ़। णमोकार महामंत्र की चर्चा एवं सिद्धो का स्मरण करते हुए आचार्य वर्धमान सागर महाराज ने बुधवार को जैन भवन में कहा कि जिन्होने जन्म मरण के चक्र को नष्ट कर दिया व पुन: इस संसार में नहीं लोटेगें। संसार से जिन्होने पुरूषार्थ कर कर्म का समूलनाश कर कृत कृत्य होकर आत्मस्वरूप को प्राप्त हो गए वे सिद्ध परमेष्ठी है। इन्द्रिय विषयों से जिनको आनन्द होने की आदत पड जाए वे धर्मसभा में भी विषयों से विरक्त नही रह पाते है। कुछ समय में भी विषयासक्त रहते है। संसार से मुक्त होने के लिए हमारा अंतिम भव मनुष्य का ही होगा उसके अलावा कोई उपाय नही है। संसार में जो जीव जिस पर्याय को प्राप्त करता है वह वहा रम जाता है। इस संसार से कण भी परलोक नही ले जा सकता। वहा तो जो अपना ज्ञान व गुण ही परलोक में जाने वाले है। धर्मसभा में मुनि अर्पित सागर महाराज ने कहा कि संसार के सभी प्राणी दुखी है। इसमें दो प्रकार के प्राणी होते है जो दिन में कमाते खाते है एवं जिसकी पेट नही पेटी भरने की लालसा भी है। संसारी की स्थिति यह है कि एक विपति से छूटता नही कि दुसरी सामने प्रगट हो जाती है। आज के समय के दो सबसे बडे व्यापार स्कुल खोल लो या डॉक्टर बन जाओं। क्योकि इन व्यापारो में अनिति करते हो तो सामने वाला उसमें आसानी से फस जाता है। प्रात: आचार्यश्री के सानिध्य में दोहपर में स्वाध्याय, समयसार, सामयिक एवं सायं संगीतमय आरती, गुरुभक्ति के पश्चात् आचार्य धर्म चर्चा करते हुए मंगल आशीर्वाद देते है।
आध्यात्मिक शिविर
आचार्यश्री ससंघ के सान्निध्य में चल रहे है वात्सल्य वारिधि आचार्य वर्धमान सागर आध्यात्मिक शिक्षण शिविर में शिक्षार्थी उमड रहे है। शिविर में बुधवार तक 600 से अधिक शिविरार्थी का धर्म शिक्षा ग्रहण किया। शिविर में बच्चे, महिलाए एवं पुरूष वर्ग जोर सोर से भाग ले रहे है। शिविर में प्रतिदिन तीन भागों में करीब 10 से अधिक कक्षाओं का आयोजन हो रहा है। जिसमें छहठाला मुनि अर्पित सागर महाराज, आर्यिका चन्द्रप्रभ माताजी, जैन धर्म प्रवेशिका प्रथम भाग आर्यिका विलोकमति माताजी, द्वितीय भाग मुनि सुप्रभ सागर महाराज, तृतीय भाग मुनि क्षेमसागर महाराज, द्रव्य संग्रह मुनि हितेन्द्र सागर महाराज, गुणस्थान परिचय का शिक्षण मुनि अपूर्व सागर महाराज द्वारा दिया जा रहा है। शिविर प्रात: 7 से 8 बजे तक पुरूष वर्ग दोपहर 3 से 4 बजे तक महिला एवं पुरूष वर्ग एवं सायं बच्चों के लिए 6 से 7 बजे तक आयोजित होता है।

मार्बल संगठनों ने विधायक के नेतृत्व में मुंम राजे से मिले
मार्बल वेट प्रणाली में सरलीकरण करने का आश्वासन दिया
मदनगंज-किशनगढ़। मार्बल पर वेट दरों से उपजी विसंगतियों के निदान के लिए बुधवार को विधायक किरण माहेश्वरी, भागीरथ चौधरी, चन्द्रभान सिंह आकिया, आर के मार्बल के विकास पाटनी एसोसियेशन के कर सलाहकार सी एम अग्रवाल, अध्यक्ष सुरेश टाक के नेतृत्व में एक शिष्ट मंडल मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मिले। मुख्यमंत्री राजे ने वेट प्रणाली में सरलीकरण करने का आश्वासन दिया है।
शिष्ठ मंडल ने राजे को बताया कि मार्बल उद्योग रोजगारोन्मुख एवं राजस्व देने वाला है। नई कर व्यवस्था ने प्रदेश के सभी मार्बल व्यवसायियों के समक्ष कर आकलन में जटिलताये पैदा कर दी है। मार्बल की 22 किस्में बनाकर वजन एवं माप से कर का संग्रहण करना पड़ रहा है। इस नई व्यवस्था से व्यवसायी एवं ग्राहक दोनों ही परेशान है।
मुख्यमंत्री राजे ने शिष्ठ मंडल को आश्वस्त किया कि मार्बल पर वेट वसूली की नई प्रणाली को व्यवहारिक स्वरूप प्रदान करने, सरलीकरण करने एवं किसी भी कीमत पर इस उद्योग को नुकसान नही होने देने का भरोसा दिलाया।
शिष्ठ मंडल में किशनगढ़ मार्बल एसोसियेशन उपाध्यक्ष रमेश चांडक, संगठन सचिव चेनाराम चौधरी, आशीष अग्रवाल, अखिलेश मालपानी, राजेन्द्र अग्रवाल, गोविन्दसिंह, तथा आबू मार्बल एसोसियेशन अध्यक्ष हरीश जांगीड़, चितौडग़ढ़ मार्बल लघु उद्योग संघ अध्यक्ष गोविन्द गदीया, उदयपुर मार्बल एसो. अध्यक्ष तेजेन्द्रसिंह, राजसमंद गैंगसा एसो. अध्यक्ष सत्यप्रकाश काबरा सहित राजस्थान के अन्य मार्बल व्यवसायी शामिल थे।
-राजकुमार शर्मा

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