फोटो प्रर्दशनी को विद्यार्थियों, पर्यटकों व नागरिकों ने देखा

DSC_4141 copyअजमेर। विश्व फोटोग्राफी दिवस के अवसर पर राजकीय संग्रहालय, अजमेर में आयोजित फोटो प्रर्दशनी को दूसरे दिन अजमेर के कई विद्यार्थियों, पर्यटकों व नागरिकों ने देखा व राजस्थान के प्रमुख मेलों में शुमार अर्न्तराष्ट्रीय पुष्कर मेला के चित्रों को देख अभिभूत हुए। संग्रहालय के खूबसूरत शिल्पकला वाले दीवान-ए-खास में प्रर्दशित होने से प्रर्दशनी का स्वरूप ऐतिहासिक नज़र का रहा है।
राजकीय संग्रहालय व इंटैक अजमेर चैप्टर की ओर से आयोजित प्रर्दशनी ‘पुष्कर फेयर- ए हैरिटैज डेस्टीनेशन’ में बुधवार को कई स्कूलों से समूह में विद्यार्थी पंहुचे जिन्हें इंटैक अजमेर चैप्टर के संयोजक महेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि मेले व त्यौहार भारतीय संस्कृति की महत्वपूर्ण धरोहर है जो कि हमारे समाज को जोड़ने का काम करती है व मेलों में जुड़ने वाले अनेक आयोजन जैसे धार्मिक गतिविधियां, ग्रामीण व शहरी लोग, देसी विदेशी सैलानी, खेलकूद, पशु व्यवसाय, लोकरंग, शास्त्रीय संगीत सभी का एक स्थान पर समागम वसुदेव कुटुम्बकम का संदेश देता है जिसे यह प्रर्दशनी दर्शा रही है। जिसमें प्रोफेशनल व अमैच्यौर फोटोग्राफरर्स ने विभिन्न आयोजनों को अलग अलग समय में अपने कैमरे में कैद कर इस प्रर्दशनी के जरिए एक स्थान पर दर्शाया है।
संग्रहालय की परिरक्षक रुमा आज़म ने विद्यार्थियों को विरासत का महत्व समझाते हुए कहा कि हमारी विरासत ही हमारी पहचान होती है और हम भारतीयों की रंगबिरंगी व सौहार्दपूर्ण संस्कृति विश्व मानचित्र पर भारत को एक अनूठा स्थान दिलाती है। पुरास्मारक, पुराशिल्प, कला, साहित्य, संस्कृति सभी रुप में हमारी भारतीय विरासत गौरवमयी है।
फोटो जर्नलिस्ट दीपक शर्मा ने विद्यार्थियों को फोटोग्राफी का महत्व बताते हुए कहा कि मात्र फोटोग्राफी के ही माध्यम से हम वर्तमान में घटित घटना को भविष्य के लिए संजो सकते है व फोटोग्राफी सिर्फ तकनीकी ज्ञान ही नहीं वरन् एक ऐसी विधा है जिसमें कला, विज्ञान, भाव, अभिव्यक्ति, धैर्य, साधना सभी समाहित है व त्वरित क्षण को मस्तिष्क में रख कर ही हम एक अच्छा फोटो क्लिक कर सकते है। फोटो जर्नलिस्ट मोहन कुमावत ने बताया कि अजमेर पुरास्मारक, भौगौलिक, ऐतिहासिक, धार्मिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक, पर्यावरण एवं वन्यजीव सभी दृष्टिकोण से फोटोग्राफी हेतु उत्कृष्ट है व विद्यार्थियों को फोटोग्राफी को हॉबी बनाकर अजमेर के विभिन्न आयामों को कैमरे के जरिए चित्रित कर उसके इन सभी रंगों को विश्वभर में पंहुचाना चाहिए।
लीला दिवाकर, राजेश कश्यप, अनिल जैन द्वारा कैद उंटों व अन्य पशुओं के व्यापार, सूर्यास्त के साथ संगीतज्ञों के नज़ारे खूब सराहे गये। ऋषिराज सिंह, सत्यजीत सिंह, संजय सेठी द्वारा प्रर्दशित तस्वीरों में देसी विदेशी सैलानियों के सुखद क्षणों, पुष्कर की महाआरती, शाही स्नान व हॉट एयर बैलून से लिए गये ऐरियल शॉट्स के साथ कई विद्यार्थियों ने अपने फोटो खिचवाये। आनन्द शर्मा, शुभम, बंसल, मोहन कुमावत एवं दीपक शर्मा के फोटोज् में अगेन्स्ट लाइट फोटोग्राफ व राजस्थानी परिवेश को दर्शाते फोटोज् ने भी विजिटरर्स बुक में खूब तारीफ बटोरी।
महेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि गुरुवार को सांय चार बजे प्रर्दशनी का समापन होगा जिसमें पुलिस अधीक्षक महेन्द्र चौधरी मुख्य अतिथी होगें।

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