यज्ञ हिन्दुओं का श्रेष्ठतम कर्म है- स्वामी षिवज्योतिषानन्द

DSC_0404अजमेर। गोवत्स श्री राधाकिषन जी महाराज की सद्प्रेरणा एवं संन्यास आश्रम के अध्ष्ठिाता श्रद्धेय स्वामी षिवज्योतिषानन्दजी महाराज के पावन सानिध्य में अनवरत चल रही प्रभात फेरी द्वारा गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी धन्वन्तरी जयंती के अवसर पर धन्वन्तरी भगवान एवं महालक्ष्मी प्रसन्नार्थ महालक्ष्मी यज्ञ एवं अनुष्ठान महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल प्रांगण में आयोजित किया गया। उपरोक्त अनुष्ठान के अवसर पर स्वामी षिवज्योतिषानन्द जी महाराज ने अपने संदेष में कहा कि यज्ञ हिन्दुओं का श्रेष्ठतम कर्म है। इसलिये हम सभी को यज्ञ करना और करवाना चाहिये। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि जिस घर में नारी का स्वाभिमान एवं सम्मान कायम रहता है वहीं स्थिर लक्ष्मी निवास करती है। सबसे पहले घर में स्त्री का सम्मान आवष्यक है चाहे वो पुत्री हो, माता हो या पत्नी हो। इनकी सेवा भी महालक्ष्मी का पूजन एवं सेवा ही है। उन्होंने सफाई अभियान पर बोलते हुए कहा कि घर की स्वच्छता से ज्यादा अडोस-पडौस एवं शहर की स्वच्छता है। उन्होंने विदेषी वस्तुओं के विषय में कहा कि पूजन में उपयोग आने वाली सभी सामग्री स्वदेषी होनी चाहिये। विदेष में निर्मित या प्लास्टिक या प्लास्टिक जैसे अन्य मेटेरियल से निर्मित वस्तुओं में नकारात्मक उर्जा का संचार होता है जो कभी भी शुभ फल प्रदान नहीं कर सकती। मिट्टी एवं काष्ठ की प्रतिमा, मिट्टी के दीपकों में तो सकारात्मक उर्जा के संचार के अतिरिक्त सभी नकारात्मक उर्जा को नष्ट करने की क्षमता होती है। अतः स्वदेषी सामग्री का उपयोग भी शास्त्र सम्मत एवं श्रेष्ठ है। उपरोक्त अवसर पर महालक्ष्मी यज्ञ के अतिरिक्त कनकधारा स्तोत्र का सामूहिक महापाठ किया गया। उपरोक्त अनुष्ठान संन्यास आश्रम के आचार्य गोविन्द कोईराला के नेतृत्व में आश्रम के अन्य विद्वान पंडित सितान्षु शुकला, सूरजनारायण, उत्तम शर्मा, अतुल दुबे, गिरीष द्विवेदी एवं आश्रम के सभी वेदपाठी बालकों द्वारा विधिवत वैदिक मंत्रों एवं रीति से करवाया गया। उपरोक्त कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन उमेष गर्ग ने किया। प्रभात फेरी परिवार के श्री लक्ष्मीनारायण हटूका, बृजेष मिश्रा, गोकुल अग्रवाल, अषोक अग्रवाल, रामरतन छापरवाल, रमेष मित्तल, दिनेष परनामी, श्यामसुन्दर बंसल, लक्ष्मीनारायण गनेड़ीवाल, महेष शर्मा सहित अनेक वैष्णव भक्तों ने भाग लिया।
उमेष गर्ग
9829793705

error: Content is protected !!