अजमेर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने वीरांगना झलकारी बाई की 184वीं जयंती पर संदेश भेजा। महिला एवं बाल विकास मंंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने शनिवार को जयंती समारोह में यह संदेश पढ़कर सुनाया। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती भदेल ने बताया कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने वीरांगना झलकारी बाई की जयंती पर संदेश भेजा है। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि हम सबके लिए यह हर्ष का विषय है कि कोली समाज, वीरांगना झलकारी बाई की 184वीं जयंती ‘झलकारी बाई स्मारकÓ पंचशील नगर, अजमेर में बड़े उल्लास के साथ मना रहा है।
झलकारी बाई झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की सेना में महिला शाखा ‘दुर्गा दलÓ की सेनापति थी। उन्हें बचपन से ही घुड़सवारी और अस्त्र-शस्त्र के प्रयोग में महारत हासिल थी। एक बार उनका सामना तेंदुए से हो गया, तब उन्होंने वीरता का परिचय देते हुए उसे मार गिराया था।
वे युद्घकला में तो निपुण थीं ही इसके साथ-साथ वे निर्भीक और बहादुर भी थीं। इसी कारण अंग्रेज उनसे खौंफ खाते थे। ब्रिटिश जनरल ह्यूरोज ने झलकारी बाई की वीरता को देखकर उस वक्त यहां तक कह दिया था कि यदि एक प्रतिशत महिलाएं भी झलकारी बाई जैसी भी बहादुर हो गई तो अंग्रेजों को जल्दी ही भारत छोडऩा पड़ेगा।
उन्होंने कई बार ब्रिटिश सेना के हमलों को विफल किया और इतिहास में अपना नाम अमर किया। बुंदेलखंडी लोकगीतों में आज भी बड़े सम्मान के साथ उनकी गाथाएं गाई जाती है। ऐसी वीरांगना पर भारत सरकार ने डाक टिकट भी जारी किया है।
कोली समाज की इस जाबांज नारी ने सिर्फ अपने समाज को ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण महिला जाति को गौरवान्वित किया है। ऐसी महान खख्सियत को मैं शत्-शत् नमर करती हूँ।