विद्युत तंत्र को मजबूत कर गुणवत्ता पूर्ण बिजली उपलब्ध कराएं

mdअजमेर, 4 मार्च। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबंध निदेशक श्री हेमन्त कुमार गेरा ने सहायक अभियंताओं को निर्देशित किया कि वे विद्युत तंत्र को मजबूत कर उपभोक्ताओं को 24 घंटे गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध कराने के प्रयास करें।
प्रबंध निदेशक मंगलवार सायं डिस्काॅम मुख्यालय सभागार में आयोजित अजमेर शहर एवं ग्रामीण वृत के सहायक अभियंताओं की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने पीएफए योजना के तहत राजस्थान एवं आंघ्रप्रदेश दो राज्यों का चयन किया हैं। जहां पर हर घर को रोशन करते हुए वहां 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जानी हैं। ऐसे में सभी अभियंता उपलब्ध संसाधनों का बेहत्तर उपयोग करते हुए विद्युत तंत्रा को मजबूत कर लोगों को गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध कराएं।
उपभोक्ताओं की समस्याओं का त्वरित समाधान हों –
उन्होंने कहा कि सरकार उपभोक्ताओं की समस्याओं का त्वरित समाधान के प्रति काफी गंभीर हैं। ऐसे में अभियंता दर्ज की की शिकायतों का समयबद्धता के साथ निस्तारण करें वहीं सुगम, सम्पर्क पार्टल के साथ विद्युत चैपालों में प्राप्त समस्याओं को पूर्ण प्राथमिकता के साथ निस्तारित करें।

राजस्व वसूली पर जोर हो –
प्रबंध निदेशक ने अभियंताओं से कहा कि वे इस वित्तीय वर्ष के अन्तिम माह मार्च में राजस्व वसूली पर पूर्ण जोर दें तथा शत-प्रतिशत लक्ष्य अर्जित करें। उन्होंने निर्देशित किया कि अभियंता टीएण्डडी लोसेज कम करने का प्रयास करें। वहीं अपने क्षेत्रा में दुर्घटना नहीं हो, इसका भी ध्यान रखें। प्रत्येक फीडर की माइक्रो मोनिटरिंग की जाएं , किसी फीडर पर नुकसान नहीं हो।
फीडरों की मीटरिंग अप्रेल अंत तक –
उन्होंने कहा कि समस्त विद्युत फीड़रों की मीटरिंग की जानी है इसके लिए अप्रेल अन्त तक यह कार्य सुनिश्चित किया जाएगा। अधीक्षण अभियंता (एम एण्ड पी) जहां मीटर उपलब्ध नहीं है वहां मीटर उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी देखेंगें। उन्होंने फीड़रवार माइक्रो स्तर पर माॅनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए।

प्रथम बिल समय पर जारी हो –
प्रबंध निदेशक ने बैठक में निर्देशित किया कि घरेलू कनेक्शनों के जारी करने के पश्चात उपभोक्ता को प्रथम बिल समय पर जारी किए जाएं। समय पर जारी नहीं होने से राजस्व की हानि होती हैं। इसके साथ ही समय पर बिल जमा नहीं होने पर एक नियत समय के पश्चात संबंधित अभियंता की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी। उन्होंने बकाया कनेक्शनों को भी समय पर जारी करने के निर्देश दिए।
खराब उपकरण की सूचना अपलोड़ होगी –
प्रबंध निदेशक ने बताया कि निगम द्वारा एक सोफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है जो अप्रेल माह में तैयार हो जाएगा। इसके माध्यम से उपखण्ड क्षेत्रा में कोई भी उपकरण खराब होता हैं तो उसकी जानकारी संबंधित सहायक अभियंता तत्काल कम्प्यूटर पर अपलोड़ करेंगे। इसके लिए क्रिटीकल एवं वेल्यूएबल श्रेणी में विभक्त कर जानकारी अपलोड़ की जाएगी। ये सूचना समय पर अपलोड़ की जाएं। इसी प्रकार एक अन्य सोफ्टवेयर में किसी उपखण्ड को कोई सामग्री/उपकरण की आवश्यकता होने पर भी उसे अपलोड किया जाएगा। जिसे अधीक्षण अभियंता प्रतिदिन देखकर उस सामान का उनके वृत में समायोजन कराएंगे। वृत में सामान की उपलब्धता नहीं होने पर संभागीय मुख्य अभियंता अपने जाॅन क्षेत्र में समायोजन कराएंगे।
बैठक में मुख्य अभियंता श्री बी.एस. रत्नू (अजमेर), अधीक्षण अभियंता शहर श्री वी.एस. भाटी, टी ए टू एम डी श्री मुकेश बाल्दी सहित समस्त शहर एवं ग्रामीण वृत के अधिशाषी अभियंता, सहायक अभियंता एवं संबंधित अधिकारी गण उपस्थित थे।
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निगम के सतर्कता दल सजग
एक हजार 923 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी
एक करोड़ 73 लाख 82 हजार रूपये की वसूली
अजमेर, 4 मार्च। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के विजिलेंस अधिकारियों द्वारा बिजली चोरी रोकने के लिए की गई प्रभावी कार्यवाही के तहत चालू वित्तीय वर्ष के फरवरी माह के दौरान 2 हजार 651 स्थानांे पर छापामार कार्यवाही की जाकर एक हजार 923 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी तथा 728 विद्युत दुरूपयोग के मामलें पकड़ें गए।
निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री हेमन्त कुमार गेरा ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए चालू वित्तीय वर्ष के फरवरी माह के दौरान की गई कार्यवाही के तहत जिन स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी गयी वहां उपभोक्ताओं पर 4 करोड़ 36 लाख 81 हजार रूपये का जुर्माना किया गया है। जिनमें से एक करोड़ 73 लाख 82 हजार रूपए की राशि वसूली कर राजकोष में जमा कराई गई।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि बिजली चोरी के प्रकरणों में अजमेर वृत्त में 450 स्थानों पर जांच कर 363 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर 63 लाख 46 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया जहां 32 लाख 67 हजार रूपए की जुर्माना राशि वसूली गई। जबकि भीलवाड़ा वृत्त में 381 स्थानों पर जांच कर 252 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर 42 लाख 85 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया जहां 18 लाख 6 हजार रूपए की जुर्माना राशि वसूली गई। नागौर वृत्त में 220 स्थानों पर जांच कर 175 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर 56 लाख 71 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया जहां 9 लाख 88 हजार रूपए की जुर्माना राशि वसूली गई। वहीं झुंझनूं वृत्त में 213 स्थानों पर जांच कर 183 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर 35 लाख 68 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया जहां 13 लाख 33 हजार रूपए की जुर्माना राशि वसूली गई।
उन्होंने बताया कि सीकर वृत्त में 478 स्थानों पर जांच कर 355 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर 75 लाख 17 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया जहां 33 लाख 9 हजार रूपए की जुर्माना राशि वसूली गई। चित्तौड़गढ़ वृत्त में 246 स्थानों पर जांच कर 150 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर 40 लाख 90 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया जहां 9 लाख 25 हजार रूपए की जुर्माना राशि वसूली गई। प्रतापगढ़ वृत्त में 160 स्थानों पर जांच कर 126 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर 14 लाख 42 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया जहां एक लाख 28 हजार रूपए की जुर्माना राशि वसूली गई। साथ ही डूंगरपुर वृत्त में 153 स्थानों पर जांच कर 78 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर 30 लाख 10 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया जहां 11 लाख एक हजार रूपए की जुर्माना राशि वसूली गई। राजसमंद वृत्त में 182 स्थानों पर जांच कर 108 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर 28 लाख 81 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया जहां 13 लाख 21 हजार रूपए की जुर्माना राशि वसूली गई तथा उदयपुर वृत्त में 168 स्थानों पर जांच कर 133 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर 48 लाख 71 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया जहां 32 लाख 4 हजार रूपए की जुर्माना राशि वसूली गई।

विद्युत थानों द्वारा की गई कार्यवाही:-
प्रबंध निदेशक ने बताया कि फरवरी माह में विद्युत चोरी पुलिस निरोधक थानों में विद्युत चोरांे के खिलाफ कुल 483 प्रकरण दर्ज किए गए जिनमें से 251 प्रकरणों का निस्तारण कर 52 लाख 55 हजार रूपए का जुर्माना वसूल कर राजकोष में जमा करवाया गया। इस दौरान 3 विद्युत चोरांे की गिरफ्तारी भी की गयी।

डिस्काॅम क्षेत्र में सतर्कता जांच:-
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) श्री राममूर्ति जोशी ने बताया कि डिस्काॅम क्षेत्र में 4 मार्च को बिजली चोरी की रोकथाम हेतु सतर्कता जांच एवं छापामार कार्यवाही की गई। इस दौरान कुल 92 छापे मारे गए जिनमें से 73 मामलें चोरी के पाए गए और 19 मामले विद्युत दुरूपयोग के पाए गए, इससे 19 लाख 69 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। विभिन्न वृत्तों के कुल 68 मोबाईल टावरों पर भी विद्युत चोरी की जांच की गई।

राणासर गांव मेें बिजली चोरी पकड़ी:-
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) श्री राममूर्ति जोशी ने बताया कि श्री एस. सी. मिरल द्वारा कुचामन सिटी के राणासर गांव में श्री अमित कुमार के बी. आर. खोखर प्राईवेट आई. टी. आई. काॅलेज में छापामार कार्यवाही की गई, जहां विद्युत चोरी पाई गई, जिसकी जुर्माना राशि 5 लाख 13 हजार 998 रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया।

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