विद्यालयों में गुणवत्तापूर्व पाठ्यपुस्तके समय पर मुद्रित कर पंहुचाने के दिए निर्देश

वासुदेव देवनानी
वासुदेव देवनानी

अजमेर, 4 मार्च। शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने राज्य के विद्यालयों में गुणवत्तापूर्व पाठ्यपुस्तके समय पर मुद्रित कर पंहुचाने के निर्देश दिए है। उन्होने कहा कि पाठ्यपुस्तकों में स्वच्छता, राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत के प्रति सम्मान आदि की भावना से संबंधित सामग्री का समावेष किया जाए।

श्री देवनानी आज यहां शासन सचिवालय स्थित अपने कक्ष में कक्षा 9 से 12 तक की पाठ्यपुस्तकों के निर्माण, मुद्रण एवं वितरण के संबंध में आयोजित बैठक में संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि पुस्तके देश, समाज के बारे में विद्यार्थियों को ज्ञान संपन्न करने के साथ ही स्थानीय परिवेश के प्रति सजग करने वाली भी हो। उन्होंने प्रदेश के विद्यालयों में राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल द्वारा वितरीत की जाने वाली एनसीईआरटी, सीबीएससी, एसआईईआरटी तथा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा तैयार पुस्तकों के बारे में बैठक में जानकारी ली तथा कहा कि पुस्तके समयबद्ध तैयार कर विद्यालयों में पहुंचाने के साथ ही उचित मूल्य पर पुस्तके विधार्थियों तक पहुंचे, इसे भी सुनिश्चित किया जाए।
शिक्षा राज्यमंत्री ने विद्यालयों में उपब्लध कराई जाने वाली पुस्तकों में वैदिक गणित, नैतिक संस्कार, योग षिक्षा आदि का समावेश करने के साथ ही विज्ञान, वाणिज्य की पुस्तके राष्ट्रीय मानक स्तर की वितरण करने पर जोर दिया। उन्हांेने पुस्तकों की सज्जा और सामग्री प्रभावी रूप में तैयार करने के साथ ही नए शैक्षिक सत्र से पहले पहले विद्यालयों में पाठ्यपुस्तकें सुनिश्चित कराने के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक में प्रमुख शासन सचिव प्रारंभिक षिक्षा श्री पी.के. गोयल ने पाठ्यपुस्तक मंडल से मुद्रित की जाने वाली विभिन्न पाठ्यपुस्तकों और उनके वितरण की व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। शासन सचिव, माध्यमिक षिक्षा श्री नरेषपाल गंगवाल ने कहा कि पाठ्यपुस्तकों की विषय वस्तु और विद्यार्थियों के लिए उपयोगिता के सबंध में जानकारी दी। बैठक में माध्यमिक षिक्षा बोर्ड के अधिकारियों ने पुस्तकों को तैयार कराए जाने तथा उनकी गुणवत्ता के सबंध में की जाने वाली कार्यवाही के बारे में बताया।
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