ठेकेदार से पांच लाख रूपए की वसूली होगीं

AVVNL thumbअजमेर, 26 मार्च। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के चितौड़गढ़ वृत के नारेला जीएसएस पर ठेकेदार के कर्मियों द्वारा कुछ लोगों से मिली भगत कर निर्धारित घंटों से अधिक थ्री फेज विद्युत आपूर्ति  किया जाने की शिकायत की जांच करने पर सही पाए जाने पर संबंधित ठेकेदार से पांच लाख 39 हजार 528 रूपए की वसूली करने के निर्देश दिए गए हैं।

निगम के प्रबंध निदेशक श्री हेमन्त कुमार गेरा ने बताया कि नारेला जीएसएस से संबंधित ग्रामीणों सेे इस संबंध में शिकायत प्राप्त हुई थी जिसे राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज करवा जांच कराई गई। जिसमें पाया गया कि नारेला जीएसएस के ठेकेदार के कर्मियों ने निर्धारित सात घंटे विद्युत सप्लाई किए जाने के स्थान पर दस घंटे 48 मिनिट की विद्युत सप्लाई दी जाकर निगम को नुकसान पहुंचाया हैं। इस फीडर पर गोपालपुरा, लक्ष्मीपुरा एवं नारेला गांवों के कुल 202 कृषि उपभोक्ता जुडे़ हुए हैं इनका कुल कृषि भार 1113 हार्स पावर संयोजित हैं। फ्लेट रेट सात घंटे के हिसाब से कुल 3 घंटे 48 मिनिट की विद्युत सप्लाई अधिक दी गई। कृषि उपभोक्ताओं के लोड़ के आधार पर प्रति घंटा लगभग 830 यूनिट की खपत के आधार पर पूरे माह में निर्धारित समय से अधिक दी गई विद्युत का आंकलन कर उक्त राशि का निर्धारण किया गया। जिसके अनुसार निर्धारित घंटों से अधिक की सप्लाई पर कुल पांच लाख 39 हजार 528 रूपए बनता हैं। उन्होंने चितौड़गढ़ वृत के अधीक्षण अभियंता को इस संबंध में संबंधित ठेकेदार से वसूली करने के लिए निर्देशित किया हैं।

प्रबंध निदेशक ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए समस्त अधीक्षण अभियंता (ओएण्डएम) को निर्देश दिए है कि वे फीडर मेनेजर (ओएण्डएम) द्वारा ली जा रही एमआरआई रिपोर्ट्स की जांच करें तथा जांच में निर्धारित घंटों से अधिक की सप्लाई पाई जाने पर, यदि संबंधित जीएसएस ठेकेदार  संचालित कर रहा है तो उससे वसूली करें। यदि जीएसएस का संचालन निगम द्वारा ही किया जा रहा है तो संबंधित अधिकारी/कर्मचारी की जिम्मेदारी तय की जाए।

उन्होंने अधीक्षण अभियंता (एमएण्डपी) को भी निर्देश दिए कि अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को निर्देश दें कि वे  अपने अपने क्षेत्रा के अधिक लोसेज देने वाले सब स्टेशनों का आकस्मिक निरीक्षण करें तथा एमआरआई की जांच करें तथा पूर्ण विश्लेषण के साथ अधीक्षण अभियंता के माध्यम से प्रति सप्ताह प्रबंध निदेशक को रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

error: Content is protected !!