अजमेर 26 अपे्रल। प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 803 वें सालाना उर्स के तहत आज कुल की रस्म सम्पन्न हुई। इसके साथ ही जायरीन का लौटना भी शुरू हो गया है।
कुल की रस्म के दिन अजमेर में जायरीन की संख्या तेजी से बढ़ी। आज दोपहर बाद इनका अजमेर से लौटना शुरू हो गया। कायड़ और ट्रांसपोर्ट नगर विश्राम स्थली से जायरीन के वाहन भी सायंकाल से तेजी से जाना शुरू हो गये।
दरगाह में कुल की रस्म के अवसर पर आज महफिल खाने में उर्स की आखिरी महफिल दरगाह दीवान सज्जादानशीन जैनुएल आबेदीन की सदारत में सम्पन्न हुई। महफिल के बाद सज्जादा नशीन जन्नती दरवाजा होते हुए गुम्बद शरीफ पहुंचे और इसके साथ ही कुल की रस्म सम्पन्न हुई। जन्नती दरवाजा भी बन्द कर दिया गया। इस समय आस्ताना शरीफ में सभी खुद्दामों ने गरीब नवाज से दुआ की।
जायरीन बेगमी दालान सहित गुम्बद शरीफ के चारों ओर केवडे़ का जल छिड़क कर उसे रूमाल के माध्यम से वापस इकट्ठा कर बर्तनों में अपने घर ले गये। दरगाह व आस-पास के मेला क्षेत्रा तथा दोनों विश्राम स्थलियों पर जायरीन के लिए किये गये विशेष इंतजामों से देश के कोन-कोने और बाहर से आये जायरीन प्रसन्न नजर आ रहे थे।
कायड़ विश्राम स्थली से फव्वारा सर्किल तक जायरीन को लाने ले जाने के लिए रोडवेज की बसों के किए गये व्यापक इंतजाम, सुनियोजित यातायात व्यवस्था, दरगाह बाजार, नला बाजार, त्रिपोलिया गेट, ढ़ाई दिन का झोंपड़ा, मदार गेट, पन्नीग्राम चैक, डिग्गी चैक, लंगरखाना, खादिम मौहल्ला सहित आस-पास के क्षेत्रों में नगर निगम द्वारा विशेष सफाई और आवारा पशुओं को पकड़ने की व्यवस्था की गई। दरगाह के आस-पास तथा पूरे मेला क्षेत्रा में की गई पुख्ता व चाक चैबन्द सुरक्षा व्यवस्था से जायरीन को काफी सहूलियतें रही।
जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक, पुलिस अधीक्षक श्री महेन्द्र चैधरी, मेला मजिस्ट्रेट व अतिरिक्त कलक्टर (शहर) श्री हरफूल सिंह यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण जैन ने सम्पूर्ण व्यवस्थाओं की लगातार निगरानी कर व्यवस्थाओं को अंजाम दिया। जिला मजिस्ट्रेट ने कुल की रस्म के अवसर पर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किये। पुलिस अधीक्षक ने भी इनके साथ पुलिस अधिकारियों को लगाया।