किसानों को कम पानी में अच्छे मुनाफे की फसलों के लिए प्रेरित करें – सैनी

कृषि मंत्राी ने कि विभागीय कामकाज की समीक्षा: कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, डेयरी, कृषि, विपणन आदि विभागों को दिए निर्देश
PROAJM Photo (1) Dt. 09 Oct. 2015अजमेर 09 अक्टूबर। कृषि मंत्राी श्री प्रभु लाल सैनी ने कहा कि राज्य सरकार अन्नदाता किसान की खुशहाली के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। कृषि एवं पशुपालन से जुड़े विभिन्न विभाग किसानों के प्रति संवेदनशील होकर कार्य करें। पानी की समस्या बढ़ती जा रही है, लिहाजा किसानों को परम्परागत खेती के बजाए कम पानी में अच्छा मुनाफा देने वाली खेती करने की ओर प्रेरित किया जाए।
कृषि मंत्राी श्री सैनी ने आज कलेक्ट्रेट में कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, डेयरी, कृषि, विपणन, गुणवत्ता नियंत्राण, मत्स्य, राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र, तबीजी एवं अन्य विभागों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश के किसानों की खुशहाली के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। किसानों की उन्नति तथा प्रदेश को कृषि के क्षेत्रा में देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए योजनाएं तैयार की जा रही है। कृषि एवं इससे जुड़े विभागों को संवेदनशील होकर पूरी तन्मयता के साथ इन योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करना होगा।
कृषि मंत्राी ने इस साल अजमेर जिले में फसलों, सब्जी एवं फूलों के बुवाई क्षेत्रा की जानकारी लेते हुए कहा कि वर्षा कम हुई है। सिंचाई के लिए पानी की कमी है। विभाग किसानों को प्रेरित करे कि वे परम्परागत खेती के बजाए कम पानी में अच्छे मुनाफे वाली फसलों को अपने खेतों में उगाएं। इसके लिए किसानों को दूसरे जिलों या राज्यों का भ्रमण करा कर फसलों की खासियत बताएं। विभाग यह कार्य पूरी गम्भीरता से करे तो कुछ ही सालों में तस्वीर बदल सकती है।
उन्होंने अजमेर में अरण्डी, अलसी, सफेद मूसली एवं अन्य औषधीय पौधों की खेती संभावनाओं की जानकारी लेते हुए कहा कि इन फसलों से कम लागत में अच्छा मुनाफा आता है। विभाग किसानों के साथ मिलकर प्रयास करें तो शानदार परिणाम हासिल हो सकते हैं।
कृषि मंत्राी ने कहा कि अजमेर में किसानों के खेतों में मनेरगा के सहयोग से फार्म पाॅन्ड बनाने की दिशा में बहुत अच्छा काम हुआ है। इस काम में और तेजी लाएं। इसमें कृषि विभाग का भी पूरा सहयोग लें। उन्होंने राजस्थान कृषि प्रतिस्पद्र्धात्मक परियोजना एवं नेशनल मिशन फाॅर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर योजना की भी जानकारी ली।
रबी में पर्याप्त रहेगी बीज और उर्वरक की उपलब्धता
कृषि मंत्राी श्री प्रभुलाल सैनी ने बताया कि अजमेर जिले में रबी सीजन के लिए 5600 मैट्रिक टन डीएपी और 18200 मैट्रिक टन यूरिया और 16 हजार 543 क्विंटल बीज की मांग है। इस मांग के अनुसार पर्याप्त मात्रा में उर्वरक और बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली गई है। उन्होंने बताया कि जिले में खाद और बीज की किसी भी प्रकार की कमी किसान को नहीं होने दी जाएगी।
किसानो को फसलों के विविधीकरण के लिए करें प्रेरित
कृषि मंत्राी श्री प्रभुलाल सैनी ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसानों को फसल का विविधीकरण करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि परम्परागत फसलों की बजाय अगर किसान फसलों का विविधीकरण करेगा, तो उसका जोखिम भी घटेगा और आय भी बढ़ेगी। इसके लिए उन्होंने आत्मा योजना के तहत किसानों को अन्य राज्यों में भ्रमण करवाने के निर्देश दिए।
गुलाब की खेती के लिए बनाई जाए विशेष कार्ययोजना
कृषि मंत्राी श्री प्रभुलाल सैनी ने पुष्कर क्षेत्रा में गुलाब के कम होते रकबे पर चिंता व्यक्त करते हुए अधिकारियों को इसकी खेती को बढ़ाने के लिए विशेष कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पानी के अत्यधिक दोहन और दूसरे कारणों से गुलाब की खेती गत वर्षों के मुकाबले आधी रह गई है, इसके लिए इसे परम्परागत कृषि विकास योजना से जोड़ा जाएगा। उन्होंने पुष्कर में चल रही गुलाब की विशिष्ट मंडी के संचालन के बारे में जानकारी ली और इसकी व्यवस्थाएं और दुरूस्त करने के निर्देश दिए।
उर्वरक, कीटनाशक और बीजों की गुणवत्ता जांच के लिए किया फ्लाइंग टीम का गठन
कृषि मंत्राी श्री प्रभुलाल सैनी ने बताया कि किसानों को सही गुणवत्ता का उर्वरक, कीटनाशक और बीज मिले यह सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उर्वरकों, कीटनाशकों और बीजों की जांच के लिए एक फ्लाइंग स्कवाड का गठन किया गया है, जो आकस्मिक रूप से सैम्पल लेकर इनकी गुणवत्ता जांचेगा। उन्होंने कहा कि सेम्पल फेल होने पर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इस अवसर पर पुष्कर विधायक श्री सुरेश रावत, सचिव व आयुक्त कृषि एवं उद्यानिकी श्री कुलदीप रांका, जिला कलक्टर डाॅ. आरूषि मलिक, पशुपालन विभाग के निदेशक डाॅ. अजय कुमार गुप्ता, प्रो बीपी सारस्वत, श्री अरविन्द यादव, कृषि विभाग के अतिरिक्त निदेशक श्री एचएल मीणा, उद्यान विभाग के अतिरिक्त निदेशक श्री एम.एल. सालोदिया, संयुक्त निदेशक कृषि श्री रामगोपाल शर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री किशोर कुमार , उपनिदेशक कृषि श्री वीके शर्मा सहित कृषि, पशुपालन, मत्स्य, कृषि विपणन, डेयरी के अधिकारी उपस्थित थे।

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