भारत विकास परिषद् परिषद का राष्ट्रीय अधिवेशन ‘ब्रह्म्रनांद’ का शुभारम्भ

_mg_0189-copyआज दिनंाक 24 दिसम्बर 2016 को भारत विकास परिषद् का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन ‘‘ब्रह्मनांद’’ का शुभारम्भ आजाद पार्क में शंखनाद एवं स्वस्ति वाचन वेद सावित्री पाठशाला द्वारा करके किया गया। कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी अनीश मोयल ने बताया कि ध्वजारोहण श्री दिनेश कोग्टा कैलश अजमेरा ने किया। प्रथम सत्र के मुख्य अतिथि श्री आर.सी.वाजपेयी, भूतपूर्व एयरचीफ मार्शल, स्वागत समिति के अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी, शिक्षा राज्यमंत्री राजस्थान सरकार जयपुर, भारत विकास परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सीताराम पारीक, श्री किशन गोपाल जी सहसर कार्यवाह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, श्री अजय दत्ता राष्ट्रीय महासचिव, ओ.पी. कानूनगो राष्ट्रीय सचिव, श्री पी.के. जैन अध्यक्ष राष्ट्रीय कार्यसमिति, दिनेश कोगटा, प्रान्तीय अध्यक्ष, प्रान्तीय महासचिव कैलाश अजमेरा, प्रान्तीय कोषाध्यक्ष पारसमल बोहरा रहे। भारत विकास परिषद् के राष्ट्रीय अघ्यक्ष श्री सीताराम पारीक ने कहा कि बड़ें ही हर्ष का विषय है कि भारत विकास परिषद् राजस्थान मध्य प्रान्त अजमेर शहर को 28वां राष्ट्रीय अधिवेशन करने का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ। आज राष्ट्रीय अधिवेशन का जोरदार आगाज, ध्वजारोहरण एवं शंखनाद से हुआ।
स्वागत भाषण प्रान्तीय अध्यक्ष श्री दिनेश कोगटा ने दिया व स्वागत कार्यसमिति के अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत विकास परिषद् द्वारा किये गये सभी सामाजिक कार्य अत्यधिक प्रशंसनीय हैं जो भारत विकास परिषद् द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत अभियान, भारत को जानेा प्रतियोगिता एवं गुरुवन्दन छात्र अभिनन्दन द्वारा स्कूलों में बच्चों के संस्कार देने के जो कार्य किये जा रहे हैं वह प्रेरणादायी कार्य हैं। इस अधिवेशन में पूरे भारत से लगभग 26 राज्यों व केन्द्रशासित प्रदेशों के लगभग 3500 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। चित्र प्रदर्शनी का शुभारम्भ श्री वासुदेव देवनानी (शिक्षा राज्य मंत्री) ने किया। इस प्रदर्शनी में अजमेर से सम्बन्धित सम्पूर्ण जानकारी थी।
भूतपूर्व एयरचीफ मार्शल श्री आर.सी. वाजपेयी ने कहा कि राष्ट्रप्रेम की शुरूआत अपने घर से ही होती है। देश की पिछले शासनकालों में बहुत ही ढुलमुूल विदेश नीति रही जिसके कारण देश को बहुत नुकसान उठाना पड़ा है। भूतपूर्व शासन द्वारा अपनाई गई नीतियों से साम्प्रदायिक सौहार्द भी बहुत बिगड़े हैं।
द्वितीय सत्र की शुरूआत नुक्कड़ नाटक द्वारा की गई जिसमें पानी बचाओ स्वच्छता अभियान, शौचालय निर्माण का संदेश दिया गया। इसमें द्वितीय स़त्र में डॉ. कृष्णगोपाल जी, श्री सीताराम पारीक, श्री एस.सी.गुप्ता, श्री अजय दत्ता, श्री एस.एन.पाण्डा, श्री शिव शंकर हेड़ा, ए.डी.ए.अध्यक्ष, श्री कमल किशोर व्यास, प्रान्त पैटर्न मंचासीन रहे। द्वितीय सत्र में श्री रमेश सोनी जी द्वारा गीत गाया गया तुम मुझको विश्वास दो। द्वितीय सत्र के मुख्य वक्ता डॉ. श्री कृष्ण गोपाल जी ने कहा ‘‘भारत वर्ष में छुआछूत एवं अन्य किसी प्रकार की कुरीतियां नहीं थीं, लेकिन विदेशी आततियों के आक्रमण के बाद छुआछूत, बाल विवाह, घूूंघट प्रथा जैसी कुरीतियां तत्कालीन समय में आ गई जो आज तक चल रही है। सामाजिक समरसता बनाये रखने के लिये परिषद् के सदस्यों को समाज हित में कार्य करते रहना चाहिए’’ इसके पश्चात् श्री कमल जी व्यास ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
तृतीय सत्र की शुरूआत भी नुक्कड़ नाटक द्वारा की गई। इसमें श्री एस.एन.पाण्डा, श्री एस.के. वाधवा, श्री केशवदत्त गुप्ता, श्री पी.के. जैन, श्री दौलता राव, श्री विनीत गर्ग, श्री ओ.पी. कानूनगो, श्री आर.बी. श्रीवास्तव, श्री जी.पी. सिंह, श्री दत्तात्रैय बाल चितालय, श्री रमेश चन्द्र जैन, श्री अरूण डागा, मंचासीन रहे। इस सत्र में रीजन 1 से लेकर 6 तक की प्रान्तीय रिपोर्ट पेश की गई।
चतुर्थ सत्र में श्री ओ.पी. कानूनगो श्री यशपाल गुप्ता, श्री जीवनराम गुूप्ता, डॉ. तरूण शर्मा, डॉ. शुभकरण जैन, श्री अशोक जाधव, श्री चन्द्रसेन जैन, श्रीमती अविन्श शर्मा, श्री महेश शर्मा मंचासीन रहे। इसमें काबरा एवं काबरा द्वारा संस्कार के ऊपर फिल्म दिखाई गई। श्री महेन्द्र काबरा संस्कार बजट पर प्रस्तुति दी गई। श्री जीवन राम गुप्ता द्वारा संस्कार के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। श्री महेश शर्मा द्वारा सम्पर्क प्रकाशन एवं वेबसाईट के बारे में जानकारी दी गई। श्री यशपाल गुप्ता ने सेवा पर प्रकाश डाला। श्री अशेाक जाधव ने ग्राम विकास पर प्रकाश डाला। डॉ. तरूण शर्मा ने भारत को जानों के बारे में बताया। डॉ. शुभकरण जैन ने राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता के बारे में जानकारी दी। श्रीमती अविन्श शर्मा ने महिला एवं बाल विकास के बारे में जानकारी दी। अन्त में श्री ओ.पी. कानूनगो सभी विषयों पर टिप्पणी करते हुए सत्र का समापन किया।
पंचम एवं अन्तिम सत्र का मुख्य आकर्षण सांस्कृतिक समारोह रहा जिसके अन्त में राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा अध्यक्षीय उद्बोधन दिया गया।
कल दिनांक 25.12.2016 को राष्ट्रीय अधिवेशन का समापन समारोह सत्र के मुख्य अतिथ पंजाब के राज्यपाल श्री वी.पी.सिंह रहेंगे। समापन समारोह में दो सत्र होंगे प्रथम सत्र प्रातः 9ः30 से प्रारम्भ होकर प्रातः 11ः30 बजे समाप्त होगा एवं द्वितीय सत्र 12ः00 बजे से प्रारम्भ होकर दोपहर 2ः00 समाप्त होगा।

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