अजमेर के किले को अकबर का किला बताने के बयान को तथ्यहीन बताया

arvind yadav 2अजमेर 29 मार्च 2017 । भारतीय जनता पार्टी अजमेर ने अजमेर के राजपुताना संग्रहालय के वृत्त अधीक्षक जफर उल्लाह खान द्वारा अजमेर के किले को अकबर का किला बताने के बयान को तथ्यहीन बताया है। भा.ज.पा. जिला अध्यक्ष अरविन्द यादव ने कहा कि सरकारी पद पर नियुक्त वृत अधीक्षक जफर उल्लाह खान जिस प्रकार के तथ्यहीन आरोप लगाकर अजमेर के वरिष्ठ प्रषासनिक अधिकारी को दोषी ठहरा रहे है, वह गलत है तथा सीमा से बाहर जाकर की गयी कार्यवाही है ।
यादव ने बताया कि जिस 1968 की अधिसूचना जफर उल्लाह खान हवाला दे रहे हैं, उससे पूर्व वर्ष 1950 से ही इसका नाम राजपुताना संग्रहालय था तथा यहां पर देष के गौरव से जुड़ी कई ऐतिहासिक जानकारियां व तथ्य उपलब्ध थे। प्रख्यात विद्वान हरविलास शारदा द्वारा लिखित पुस्तक जो कि ऐतिहासिक तथ्यों के प्रमाणित आधार पर रचित है इसमें भी तथा अनेक ऐतिहासिक व पुरातत्व दस्तावेजों से यह सिद्व होता है कि यह राजपुताना संग्रहालय, म्यूजियम व अजमेर का किला है ।
ब्रिटिष शासन में जब अजमेर सी क्लास स्टेट था तब उस समय के सुप्रसिद्व इतिहासकार गौरीषंकर ओझा जी को उदयपुर से अजमेर बुलाकर मैगजीन के पास इस जर्जर भवन को ठीक कर यहां पर राजपुताना म्यूजियम खोला गया था उस समय विक्टोरिया अस्पताल नगर निगम भवन में था तथा म्यूनिसिपल कार्यालय बारादरी पर था।
यादव ने वृत अधीक्षक जफर उल्लाह खान को चेतावनी दी है कि वह भटकाने के बयान नहीं देवे तथा इस राजपुताना संग्रहालय में मौजूद ऐतिहासिक व गौरवषाली वस्तुओं व तथ्यों से छेड़छाड़ नहीं करें तथा जो छेड़छाड़ की जा रही है उसे तत्काल बन्द कर इसे इसके वास्तविक रूप में ही रहने देवे ।

( अरविन्द यादव )
जिलाध्यक्ष
मो. 9414252930

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