आंगनबाड़ी केन्द्रों के कार्मिकों को किया जाएगा प्रशिक्षित

Untitledअजमेर, 28 अप्रेल। महिला एवं बाल विकास मंत्राी श्रीमती अनिता भदेल ने शुक्रवार को इंडोर स्टेडियम सभागार में कंगारू मदर केयर की कार्यशाला में कमजोर शिशु को विशेष देखभाल के लिए जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया।
श्रीमती भदेल ने कहा कि स्निप परियोजना के अन्तर्गत बी.आर.जी प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण में क्षेत्रा के समस्त कमजोर शिशु की पहचान कर उनके खतरे से बाहर आने तक कंगारू मदर केयर के माध्यम से उपचार किया जाना चाहिए। ऐसे शिशु जिनका वजन 2 किलो ग्राम या उससे कम है, प्रिमैच्योर अथवा स्तनपान करने में असमर्थ है को इस प्रकार से देखभाल की जानी चाहिए। यह देखभाल बच्चे के वजन बढ़ने, स्वतः स्तनपान करने तक जारी रखी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण के माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं की कार्यक्षमता में वृद्धि की जाएगी। विभाग के द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता में इससे सुधार आएगा। विभाग द्वारा प्रत्येक केन्द्र को उपलब्ध करवायी गई पुस्तकों को केन्द्र में रखकर आने वाले बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया जाता है। केन्द्रों पर गतिविधियां आयोजित कर बच्चों में अच्छे संस्कार प्रदान किए जाते है।
उन्होंने कहा कि विभाग के द्वारा महिला सुपरवाईजर के लिए संचालन निर्देशिका जारी की गई है। इसमें विभागीय निर्देशों को संकलित किया गया है। विभाग से जुड़े हुए समस्त नियमों के एक स्थान पर उपलब्ध होने से केन्द्र एवं उससे जुड़े क्रियाकलापों को आसानी से सम्पादित किया जा सकेगा। परिपत्रों को समझने में उच्चाधिकारियों का भी पूरा सहयोग रहेगा। इससे मुख्यालय के माध्यम से मांगे जााने वाले अनावश्यक मार्गदर्शन से बचा जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक महिला सुपरवाइजर का यह दायित्व है कि अपने क्षेत्रा के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों का समय पर निरीक्षण करें। निरीक्षण के दौरान केन्द्र को व्यवस्थित करवाना चाहिए। आंगनबाड़ी केन्द्रों को समय पर खुलवाकर उसका लाभ क्षेत्रा के बच्चों एवं महिलाओं को दिलाया जाना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। निरीक्षण् के पश्चात सुपरवाइजर को वास्तविक तथ्यों के आधार पर रिपोर्ट तैयार करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी पाठशाला केन्द्र को प्रभावी बनाये जाने के लिये समाज के प्रत्येक वर्ग का सहयोग अपेक्षित है। केन्द्र पर संचालित होने वाली समस्त विभागीय गतिविधियों के क्रियान्वयन का दायित्व हम सभी का है। केन्द्र को अब आंगनबाड़ी पाठशाला केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है जिसके तहत केन्द्र पर सामाजिक सरोकार से जुडे कार्यक्रम विभागीय मापदण्डों के अनुरूप संचालित किए जा रहे है। महिलाओ ंएवं बालिकाओं को पोष्टिक आहार के साथ-साथ बाल्यावस्था शैक्षणिक गतिविधि का माहौल भी तैयार किया जाता है। केन्द्र पर बच्चों का ठहराव अधिक-अधिक सुनिश्चित हो उन्हें समयबद्व रूप से उत्तम गुणवत्तापूर्ण पोष्टिक आहर उपस्थिति के आधार पर मिले एवं उसी अनुरूप उनका भुगतान सुनिश्चित हो। यह सभी कार्य विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के समन्वित प्रयास के माध्यम से किया जाए ।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुये उन्होंने कहा कि स्नीप कार्यक्रम के तहत केन्द्रों पर महिलाओं की गोदभराई का कार्यक्रम एक पहल के रूप में सरकार द्वारा किया जा रहा है। इसके विभिन्न चरणों पर समय-समय पर विभागीय अधिकारियेां एवं कर्मचारियेां की कार्यशाला आयोजित की जाती है। विभागीय गतिविधियों एवं कार्यक्रमो के संचालन में सभी अधिकारी एवं कर्मचारीगण पूर्ण सर्तकता एवं सजगता से अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन कर विभागीय येाजनाओं का लाभ लाभन्वित वर्ग को समयबद्व रूप से पहुंचावें ।
महिला एवं बाल विकास विभाग के निदेशक डाॅ. समित शर्मा ने कहा कि विभाग निर्धारित 6 सेवाएं पात्रा बच्चों एवं महिलाओं तक पहंुचााने के लिए ढृढ संकल्पित है। प्रातः 7.30 बजे सहायिका को केन्द्र खोलकर उसे व्यवस्थित करना चाहिए। कार्यकर्ता को 7.45 तक केन्द्र में उपस्थित होकर व्यवस्थाओं को सुचारू करना चाहिए। प्रातः 8 बजे से केन्द्र में बच्चों का आना आरम्भ होकर गतिविधियां संचालित की जानी चाहिए। उन्होंने फरीदाबाग के आंगनबाड़ी केन्द्र के कार्य की सराहना की। वहां की बालिका सिमरन के द्वारा 100 तक गिनती एवं 4 तक पहाड़े लिखने एवं सुनाने को सबके लिए अनुकरणीय बताया। निरीक्षण के दौरान इस केन्द्र पर उपस्थित बच्चों ने बाल कविताओं का वाचन भी किया। फरीदाबाग केन्द्र की सहायिका मीना नाथ को उत्कृष्ठ कार्य एवं बेहतरीन केन्द्र संचालन के लिए प्रशस्ति पत्रा देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से “स्निप” कार्यक्रम के परिणाम बहुत ही सकारात्मक रूप से सामने आये है इससे उत्साहित होकर इसे ओर प्रभावी बनाया जा रहा है ।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक श्रीमती अनुपमा टेलर, बाल विकास अधिकारी श्री नितेश यादव सहित जिले के समस्त सीडीपीओ एवं महिला सुपरवाइजर उपस्थित थी।

1 thought on “आंगनबाड़ी केन्द्रों के कार्मिकों को किया जाएगा प्रशिक्षित”

  1. आंगन बाडी के कार्मिकों को प्रशिक्षित किया जाना मंत्रालय का अनूठा कदम है। किन्‍तु इससे प्रत्‍येक वार्ड की आंगनबाडियों को सामुदायिक भवनों में स्‍थाई तौर पर कमरे की व्‍यवस्‍था करवाकर समायोजित करवाया जाना अति आवश्‍यक है। जिससे आंगनबाडियों के कार्यों को सुनियोजित ढंग से पाठशालाओं का संचालन किया जा सकेगा।
    : राकेश भारती, अजमेर मो; 9828283555

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