दीप पर्व पर ‘लाडली लक्ष्मी के लिए संकल्पमयी योजनाओं’ का उपहार

आलोक पर्व के संदेश में शिक्षामय राजस्थान
शिक्षा मंत्री का घर-घर शिक्षा का दीप जलाने का संदेश

Card-2अजमेर, 18 अक्टूबर। दीपावली उजास का प्रतीक पर्व है। जीवन को आलोकित करने का त्योंहार। हमारे यहां वृहदारण्य उपनिषद् का उद्घोष भी है, ‘तमसो मा ज्योर्तिगमय’ माने हे ईष्वर हमें अंधकार से प्रकाष की ओर ले चलो। प्रकाष की ओर ले जाने का ही उत्सव है, दीपावली।
शिक्षा मंत्री श्री वासुदेव देवनानी कहते हैं, ‘शिक्षा वह उजियारा है जिससे हर तम को हरा जा सकता है।’ दीपावली पर इसीलिए उन्होंने अपने शुभकामना के प्रकाषित संदेष पत्र में जन-मन में आलोक पर्व पर शिक्षा क्षेत्र से फैले उजियारे को बंया करते हरेक को घर-घर दीपावली के दीपक के साथ षिक्षा का एक दीप जलाने का भी आह्वान किया है।
दीपावली की शुभकामनाओं के बहाने प्रदेष में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की पहल पर षिक्षा क्षेत्र के फैले आलोक और स्वच्छ भारत की प्रधानमंत्री की संकल्पना को जन-जन तक पहुंचाया है। श्री देवनानी ने शुभकामना कार्ड के अंतर्गत ‘लाडली लक्ष्मी के लिए संकल्पमयी योजनाएं’ के अंतर्गत बालिका षिक्षा के अंतर्गत प्रदेष में हो रहे प्रयासों को उजागर किया है। उन्होंने अपने शुभकामना संदेष में गार्गी पुरस्कार के तहत बालिकाओं को मिलने वाले गार्गी पुरस्कार की संख्या 24 हजार से बढ़कर 96 हजार होने, मुख्यमंत्री राजश्री योजना के तहत प्रत्येक बालिका को दिए जाने वाले 50 हजार रूपये, पद्माक्षी पुरस्कार के अंतर्गत कक्षा 8, 10 एवं 12 वीं उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम पर मिलने वाले प्रोत्साहन पुरस्कार, मुख्यमंत्री निःषुल्क साइकिल वितरण और आपणी बेटी येाजना के तहत बालिकाओं को लक्ष्मी स्वरूप बताते उनके ओज की बात कही है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘संकल्प से सिद्धि’ के अंतर्गत ‘न्यू इंडिया मुवमेंट’ में अजमेर में 790 करोड़ खर्च कर किए गए विकास कार्यों का भी लेखा-जोखा देते श्री देवनानी ने दीपावली पर सबका साथ-सबका विकास को ध्वनित किया है। उन्होंने दीपावली पर ‘सब पढ़ें, सब पढ़ें’ के संदेष के साथ ‘मिट्टी के हम दीये जलाएं, स्वदेषी का भाव जगाएं, नए भारत का संकल्प सजाएं, राष्ट्रवाद को प्रखर बनाएं’ का संदेष देते घर-घर आलोक बिखरने का आह्वान किया है।

error: Content is protected !!