अजमेर, 13 जनवरी। राज्य के ऊर्जा राज्य मंत्राी श्री पुष्पेन्द्र सिंह राणावत, अध्यक्ष डिस्काॅम्स श्री श्रीमत पाण्डे व अजमेर डिस्काॅम के प्रबंध निदेशक श्री बी. एम. भामू के निर्देशानुसार विद्युत दुर्घटना एवं दुरूपयोग रोकने हेतु परिचर्चा एवं जनसंवाद शिविर के द्वितीय चरण का आयोजन शनिवार दिनांक 13 जनवरी, 2018 को आयोजित किया गया।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि अजमेर डिस्काॅम के अधीन नागौर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर,एवं झुंझुनूं जिलों के अटल सेवा केन्द्रों पर विद्युत दुर्घटना एवं दुरूपयोग रोकने हेतु परिचर्चा एवं जनसंवाद शिविर के द्वितीय चरण का आयोजन किया गया। इसमें विधायक, प्रधान, सरपंच, अन्य जनप्रतिनिधि व आम जन इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। जनसंवाद के दौरान इन नौ जिलों में 50-60 हजार आम जन, उपभोक्ताओं एवं स्कूली विद्यार्थियों ने विद्युत दुर्घटना एवं दुरूपयोग को रोकने के लिए बताए गए सुझाव एवं सावधानियों को अपनाने में रूचि दिखाई। साथ ही निगम के लगभग 4 हजार अधिकारियों/कर्मचारियों ने सभी अटल सेवा केन्द्रों पर जाकर इस संदेश को प्रसारित कर आम जन को इसे अपनाने के लिए प्रेरित किया।
कई स्थानों पर विद्यालयों में भी विद्यार्थियांे को विद्युत से होने वाली दुर्घटना एवं दुरूपयोग रोकने के लिए दिए गए सुझावों को जीवन में अनपनाने के लिए शपथ दिलाई गई।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि अजमेर डिस्काॅम के क्षेत्राधीन अधीन कुल 3 हजार 620 पंचायतों में यह कार्य तीन चरणों में सम्पादित करने का निर्णय किया गया था, प्रथम चरण की शुरूआत 5 दिसम्बर, 2017 से की गई थी जिसमें एक हजार 16 ग्राम पंचायतों में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसका दूसरा चरण आज 13 जनवरी, 2018 को यह जनसंवाद कार्यक्रम मध्यान्ह 12.00 बजे से 2.00 बजे तक किया गया। निगम क्षेत्रों के अधीन अजमेर व भीलवाड़ा जिलों के अतिरिक्त सभी जिलों की कुल 854 ग्राम पंचायतो के अटल सेवा केन्द्रों एवं विद्यालयों में जनसंवाद शिविर का आयोजन किया गया। सभी अटल सेवा केन्द्रों पर निगम के अधिकारियांे व कर्मचारियों ने उपस्थित रह कर जनहित में यह संदेश प्रसारित कर आमजन में जागरूकता लाने का प्रयास किया। इस कार्यक्रम के दौरान आम जन को बताया गया कि विद्युत तंत्रा को विकसित करने एवं लोगों को गुणवत्तायुक्त विद्युत उपलब्ध करवाने के साथ ही अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. विद्युत जनित हादसों से हो रहे जान-माल की हानि एवं बिजली का दुरूपयोग रोकने के लिए सदैव तत्पर है। इस परिचर्चा में निगम द्वारा सावधानी से संबंधित सुझाव के बारे में पेम्प्लेट वितरित किए गए। इससे उपभोक्ताओं तथा आमजन के जागरूक होने से विद्युत दुर्घटनाओं पर अंकुश लग सकेगा।
प्रबंध निदेशक श्री बी. एम. भामू ने रींगस क्षेत्रा के अरणियां व दिवराला, नीमकाथाना क्षेत्रा के चला पंचायत मुख्यालयों पर जनसंवाद कार्यक्रम में भाग लेकर आमजन में जागरूकता लाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि विद्युत तंत्रा से होने वाली दुर्घटना एवं दुरूपयोग को रोकने के लिए बताए गए उपायों को अमल में लाकर दुर्घटनाओं में कमी लाने का प्रयास करें।
निदेशक (तकनीकी) श्री के. पी. वर्मा ने मेड़ता क्षेत्रा के ईड़वा गांव, मुख्य अभियंता श्री एन. एस. निर्वाण ने कुचामन क्षेत्रा के जीलिया एवं खोखर गांव के अटल सेवा केन्द्रों पर जनसंवाद कार्यक्रम में उपस्थित होकर आमजन को जागरूक किया। साथ ही निगम के मुख्य अभियंता श्री एस. एस. मीणा, अधीक्षण अभियंता श्री डी. एन. जांगीड़, श्री एम. एल. मीणा, श्री ए. के. जगेटिया, श्री अशोक कुमार ने डिस्काॅम के अधीन विभिन्न पंचायतों के अटल सेवा केन्द्रों पर उपस्थित होकर विद्युत दुर्घटना एवं दुरूपयोग रोकने हेतु परिचर्चा कर जनहित में जागरूकता लाने का संदेश दिया।
मुख्य अभियंता श्री वी. एस. भाटी, सचिव (प्रशासन) श्री के. सी. लखारा, टीए टू एमडी श्री मुकेश बाल्दी ने सभी ग्राम पंचायतों के अटल सेवा केन्द्रों पर होने वाले जनसंवाद कार्यक्रम की लगातार माॅनिटरिंग की।
जनसंवाद एवं परिचर्चा शिविर के दौरान राज्यमंत्राी श्री धन सिंह रावत बांसवाड़ा, विधायक उदयपुर श्री नाना लाल अहारी, श्री अमृत लाल मीणा, श्री प्रताप गमेती, विधायक नागौर श्री हबीबउर रहमान एवं विधायक सीकर श्री रतन लाल जलधारी तथा जिलाधीश श्री भगवती लाल कलाल (बांसवाड़ा), श्री नरेश ठकराल (सीकर), श्री दिनेश कुमार यादव (झुंझुनूं) एवं पुलिस अधीक्षक बांसवाड़ा श्री कालूराम रावत उपस्थित थे। सभी ने निगम द्वारा शुरू किए गए इस कार्यक्रम की सराहना की एवं आम जन में विद्युत से होने वाली दुर्घटना एवं दुरूपयोग में कमी लाने के लिए जनहित में एक अच्छा संदेश जाएगा।