डीजी, गृह राज्यमंत्री, मुख्यमंत्री तक भी पहुंचता था हिस्सा?

अजमेर। अजमेर उत्तर विधायक प्रो. वासुदेव देवनानी ने अजमेर पुलिस अधीक्षक को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों द्वारा थानों से मन्थली वसूली के साथ रंगे हाथों पकड़े जाने पर सरकार से इस प्रकरण की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच कराये जाने की मांग की है।
देवनानी ने कहा कि जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा खुलेआम सभी थानों से मन्थली वसूली किया जाना इस बात की ओर भी संकेत करता है कि वसूली का हिस्सा पुलिस विभाग के डी.जी., गृह राज्य मंत्री एवं स्वंय मुख्यमंत्री जो कि इस विभाग के प्रभारी भी है उन तक तो नहीं पहंुचता था। उन्होंने कहा कि वसूली में हिस्सेदारी के इस खेल का पर्दाफाश उच्च स्तरीय न्यायिक जांच से ही सम्भव है। देवनानी ने कहा कि अजमेर एसपी राजेश मीणा ने अपने कार्यकाल में लगभग 800 स्थानान्तरण किये तथा कई मामलों की जांचे बदली। इन सबकी जांच की जाने की आवश्यकता है ताकि खुलासा हो सके कि इनमें भी कोई खेल तो नहीं हुआ है। उन्हांेने कहा कि अजमेर से दो आईपीएस अधिकारियों का ऐसे मामलों में पुख्ता सबूतों के साथ पकड़ा जाना तथा अजमेर की बिगड़ती कानून व्यवस्था के सम्बंध में मेंरे द्वारा विधान सभा में उठाये गये मुद्दे व सरकार को इस सम्बंध में लिखे गये पत्र इस बात के स्पष्ट प्रमाण है कि सरकार द्वारा कानून व्यवस्था सुधार के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के स्थान पर वसूली व भ्रष्टाचार के खेल की खुली छूट दे रखी थी। उन्होंने कहा कि 7 माह में अजमेर से दो आईपीएस का ट्रेप होना तथा साथ में अन्य कई पुलिस अधिकारियों की संलिप्तता सामने आना अत्यन्त शर्मनाक घटना है। थानों से लेकर एसपी तक चल रहे वसूली व भ्रष्टाचार के दौरान अजमेर का आम नागरिक स्वंय को असुरक्षित महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह भी आवश्यक हो गया है कि वर्तमान में अजमेंर के विभिन्न प्रकरणों की पेडिंग जांच व परिवादों की भी समीक्षा की जाऐ। उन्होंने यह भी कहा कि इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि इस प्रकरण में लिप्त जोधपुर निवासी बिचौलिये की अन्य जिलों में भी वसूली करने में कोई भूमिका है तथा इस बात का भी खुलासा किये जाने की आवश्यकता है कि इस वसूली के प्रवाह का एक मुहं जोधपुर की ओर तो नहीं खुलता। पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री देवनानी ने कहा कि अच्छा होता अपने आपको गांधीवादी कहने वाले मुख्यमंत्री अपने विभाग की जिम्मेदारी लेते हुए नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देते।

error: Content is protected !!