दौर कुछ ऐसा आया है …

क्या कोलकाता , क्या खड़गपुर गया हो या टाटा कोरोना वायरस से कांपी दुनिया गांव शहर है सन्नाटा हर चेहरे पर चस्पा दहशत दौर कुछ ऐसा आया है . कैसी होगी भविष्य की दुनिया सोच कर दिल घबराया है . घर से चलेंगे बाबुओं के दफ्तर गरीब भटकेंगे दर – ब- दर अहसास से मन … Read more

एक मतला और कुछ शेर

जब से ज़ुबान के सारे अशआर फीके हो गए तब से मिरे मुल्क में त्यौहार फीके हो गए… उम्मीद इन्सान की इन्सान से, कसैली हो गई लहज़े कड़वे हो गए, मददगार फीके हो गए.. लज़्ज़त थी झूठी इमलियों में, बचपने में मिठास थी दुनियावी ढकोसलों में कुछ यार फीके हो गए… ज़माने की नौटंकियों में … Read more

लॉक डाउन खुलने के बाद का जीवन

कितनी क्षमताएं और क्या विषमताएं होंगी हालांकि जब भी लॉक डाउन खुले, तब भी दो से तीन महीने कम से कम निजी तौर पर हर इंसान को लॉक डाउन के नियमों का पालन करना चाहिये। जैसे सोशल डिस्टेंसिंग (भीड़ न लगाना) पब्लिक ट्रांसपोर्ट (रोडवेज बस, ट्रेन, प्लेन) आदि से सफर ना करें। क्योंकि, सबसे ज्यादा … Read more

दुष्ट कोरोना

रुक जा रे तू , दुष्ट कोरोना , मुश्किल है, लाशों को ढोना । मानवता को , तू निगलेगा , शीघ्र तीसरा , नेत्र खुलेगा । फिर तुझको , आयेगा रोना , रुक जा रे तू , दुष्ट कोरोना । जल्दी अपनी , पीठ दिखा जा , जहाँ से आया , वहीं चला जा । … Read more

कोरोना पर लगाम के लिए धारा 188 मजबूत ‘हथियार’

संजय सक्सेना,लखनऊ लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए लॉक डॉउन को लेकर काफी गंभीर है। लॉक डॉउन जितना सफल होगा,उतना ही कोरोना का ग्राफ नीचे आएगा। यह बात सब जानते हैं,लेकिन अफसोस इस बात का है कि कुछ लोग यह बात मानने को तैयार नहीं हैं। इसी लिए … Read more

इंसान का इंसान से हो- भाईचारा, बस यही है पैगाम हमारा

शीशे के घर पर पत्थर ना उछालो लोगों ! बड़े नादान हो पर , जरा खुद को तो संभालो लोगों ! अंधेरा बहुत है राह में , चलना है मुश्किल । कुछ ना हो एक दिया तो जला लो लोगों ! चल रही है एक अजब सी हवा , यहां जहां रहे हैं , गांव … Read more

हमारे गौरवशाली इतिहास का एक उज्वल पृष्ठ

क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि विश्व में आज तक की सबसे महंगी ज़मीन कहाँ पर बिकी है ? लंदन में ?? पैरिस में ?? अथवा न्यूयॉर्क में ?? जी नहीं …विश्व में आज तक किसी एक भूमि के टुकड़े का सबसे अधिक दाम चुकाया गया है हमारे अपने देश भारत वर्ष में ही … Read more

जीवन की नश्वरता : एक शाश्वत सत्य

आशाओं का हुआ खात्मा, दिल की तमन्ना धरी रही । बस परदेसी हुआ रवाना, यह प्यारी काया पड़ी रही ।। करन इलाज एक राजा का, एक डॉक्टर जी तैयार हुए । विविध दवा औजार ले, मोटर कार सवार हुए । आया वक्त ,उलट गई मोटर- बक्स दवा से भरी रही । बस परदेसी हुआ रवाना, … Read more

आप हंसेंगे तो नही न ?

हास्य व्यंग्य घटना पुरानी हैं. एक बार एक इन्सपैक्टर ऑफ स्कूल एक कस्बें में अचानकही किसी स्कूल का निरीक्षण करने पहुंच गए. वह स्कूल के एक क्लासरूम में गए. वहां पढा रहे मास्’साब से उन्होंने पूछा कि आप इस समय बच्चों को क्या पढा रहे हैं ? मास्टर साहब ने बताया कि इनको रामायण ज्ञान … Read more

सौ सुनार की,एक लोहार की

इसे कहते हैं सौ सुनार की और एक लोहार की। पिछले 6 साल से जिस तरह मीडिया कांग्रेस और उसके नेताओं की ऐसी- तैसी कर रहा है,उसे देखते हुए हो सकता है सोनिया गांधी ने अखबारों में दिए जाने वाले विज्ञापनों पर 2 साल तक रोक लगाने का सुझाव सोच-समझकर और रणनीति के तहत दिया … Read more

कल्कि अवतार

हास्य-व्यंग्य पुराने समय में सूर्य-ग्रहण, चन्द्र-ग्रहण के समय हमारे देश में धार्मिक माहौल उभर जाता था. ग्रहों की इस भोगौलिक घटना को हमारे शास्त्रों में धार्मिक आस्था से जोडकर बताया गया है. कहा जाता है कि जब राहू और केतु ग्रह की छाया कुछ समय के लिए सूर्य, चन्द्र और पृथ्वी के बीच पडती है … Read more

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