लार टपकने का लक्षण वैसे तो उन विशिष्ट योग्य जन मैं पाया जाता जिन्हे सेरिब्रल पाल्सी (C.P.) होती है। सामाजिक परिपेक्ष्य में भी यह बीमारी आम तौर पर पायी जाती है।
कुछ वर्ष पूर्व सूरत शहर में प्लेग नामक भयानक महामारी जैसी कोई बीमारी फ़ैल गयी थी। जिसका कारण एक कीटाणु होता है जो चूहों में होता है। ये बीमारी सूरत शहर को ही खत्म कर देती यदि समय पर उचित कदम नहीं उठा लिए होते। आज सूरत शहर में इंसानी सूरत दिखना भी मुश्किल हो सकता था।
ठीक उसी तरह लार टपकने की छुट-पुट घटनाएं भी महामारी का रूप ले सकती हैं। जिसका कारण है अजमेर के स्मार्ट सिटी की घोषणा। प्रबुद्ध व पड़े लिखे जागरूक नागरिकों को इसे विस्तार में समझाने की जरूरत नहीं। ज़रूरत है इस महामारी को रोकने के उपाय करने की। वर्ना सारा पैसा स्मार्ट सिटी की रचना के बजाय इन स्मार्ट लार टपकाउओं के पेट में पहुँच जाएगा।
एक तरफ तो शहर की ऐंजिओग्राफी की रिपोर्ट चिंताजनक है दूसरा ये खतरा और मंडराने की संभावना।
डॉ. अशोक मित्तल
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