गुप्त सूत्रों से पता लगा है कि शहर भाजपा अध्यक्ष अरविंद यादव से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अशोक परनामी ने इस्तीफा मांग लिया है। बताया जाता है कि परनामी यादव की कार्यशैली से नाखुश हैं। उन्हें सांसद भूपेन्द्र यादव के कहने पर अध्यक्ष तो बनवा दिया, मगर वे संगठन को ठीक से चला ही नहीं पा रहे। जब बनाया, तब तो लगा कि वे पूरी निष्पक्षता के साथ काम करेंगे, मगर जल्द ही शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी की गोदी में जा कर बैठ गए। नतीजतन जब कार्यकारिणी बनाई तो उसमें देवनानी खेमे का पलड़ा भारी कर दिया। आनंद सिंह राजावत, कंवल प्रकाश किशनानी, संपत सांखला सरीखे नेताओं को दरकिनार कर दिया गया। इससे महिला व बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिता भदेल का खेमा नाखुश है। परनामी जानते हैं कि अगर संगठन में संतुलन का अभाव रहा तो आगामी निगम चुनाव में पार्टी का दिक्कतें पेश आएंगी। ऐसे में बेहतर ये है कि यादव से इस्तीफा ले लिया जाए और किसी दमदार नेता को अध्यक्ष बनाया जाए, जो कि देवनानी व अनिता के खेमे में बंटी भाजपा को एक सूत्र में पिरो कर चला सके।
बुरा न मानो होली है