डायलिसिस पर जीवन संघर्ष कर रहे मरीज को तत्काल दिया ब्लड
सोशल मीडिया का एक बड़ा सदपयोग
अजमेर डिस्कॉम के जूनियर इंजीनियर मनीष दत्ता ने शनिवार को राम नवमी को ऐसा पुनीत कार्य किया, जो पुरे दिन भूखे रहकर यदि व्रत किया जाता तो भी नहीं हो पाता ।
दरअसल एक 25 साल के नोजवान अजय मराठा की दोनों किडनिया फेल हो चुकी हैं । अजय अभी जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहा हैं । लगातार डायलिसिस होने की वजह से अजय मराठा के शरीर में महज 5 यूनिट ही ब्लड बच गया । डॉक्टर ने तत्काल बी पोजिटिव ब्लड की जरुरत बताई । डॉक्टर दुसरे ग्रुप के ब्लड को लेने को तेयार नहीं थे । अजय के भाई सोनू ने मुझसे मदद मांगी । मेने बाबा महाकाल का नाम लेकर दो ग्रुप कलमकार और दोस्त दुनिया पर जानकारी पोस्ट की । मदद का मेसेज पढने के महज पन्द्रह मिनट बाद ही बी पोजिटिव ग्रुप वाले दत्ता ने ब्लड देने अस्पताल पहुच गए। मेसेज जारी होने के 59 मिनट में ब्लड जरुरत मंद मरीज के पास पहुच गया ।
मित्रो…मरीज अजय गरीब और जरूरतमंद हैं । महंगे उपचार ने पुरे परिवार को खाली कर दिया हैं ।
मित्रों और ग्रुप मेम्बर्स की और से 31000/ की मदद भी इस जरुरतमंद करीब 22 दिन पूर्व की जा चुकी हैं । जिससे इसकी डायलिसिस और उपचार जारी हैं।
जूनियर इंजीनियर दत्ता ने तत्परता से ब्लड देकर श्री राम नवमी के पुनीत दिवस पर पुनीत कार्य किया।
प्रभु श्री राम मनीष दत्ता जी को इसी तरह जरुरतमंदो की मदद करने के लिए सक्षम बनाये । इस पुरे घटनाक्रम से सोशल मीडिया के सदपयोग का भी एक उदाहरण सामने आया हैं ।
बधाई के पात्र हैं गेरा और रत्नू साहब आप
डिस्कॉम के जूनियर इंजीनियर मनीष दत्ता के द्वारा अनजान मरीज के लिए तत्काल फेसल कर की गई अहम् मदद के लिए कलमकार डिस्कॉम एंमडी हेमन्त कुमार गेरा, चीफ इंजिनियर बी एस रत्नू, एसइ वीएस भाटी, एक्सियन मुकेश ठाकुर और एइयन पीएल तुंगगरिया का हार्दिक आभार और साधुवाद व्यक्त करता हैं । भले ही यह कार्य सामान्य था, मगर किसी की जिन्दगी की रस्सी को खीचने वाला भी था । खिलाडी कोई भी अच्छा खेले, मगर जीत टीम की ही होती हैं । इसी प्रकार दत्ता के इस कार्य ने डिस्कॉम के इंजीनियरों को फक्र महसूस करवा दिया हैं । जीवन के लिए संघर्ष कर रहे अजय मराठा को स्वस्थ रखे ।
गिरीश दाधीच, पत्रकार