जलदाय विभाग 20 हजार की आबादी वाली तीर्थ नगरी पुष्कर के नागरिको को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने में नाकाम साबित हो रहा है।विभाग ने पानी के लोकल स्रोत बंद कर दिए।अब केवल बीसलपुर पर आधारित है।ये ही कारण है की आगे से पानी नहीं मिलने पर पुष्कर की सप्लाई ठप कर दी जाती है।ध्यान देने वाली बात यह है की पुष्कर कस्बे की बसावट पुराणी है।छोटी छोटी सकड़ी गालिया है।कई मोहल्ले ऊँचे चढ़ाई पर है।यहाँ पानी के टेंकर भी नहीं जा सकते है।इन परिस्थितियों में लोगो को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। जलदाय विभाग को चाहिए की केवल बीसलपुर के पानी पर ही आधारित नहीं रहे।पुष्कर के लोकल स्रोत से पानी लेकर लोगो की प्यास बुझाए।तीर्थ नगरी में पहले इतने बुरे हालात कभी नहीं हुए थे।इस मामले में स्थानीय लोगो और जन प्रतिनिधियों को भी आवाज उठानी चाहिए।
नाथू शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार