आगामी नगर निगम चुनाव में वार्ड सात सामान्य महिला के लिए सुरक्षित होने के कारण यहां भाजपा टिकट के प्रबल दावेदार अनिल नरवाल को उनकी पत्नी को चुनाव लड़ाने का ऑफर है। दूसरी ओर पता चला है कि वे अपनी पत्नी को चुनाव मैदान में उतारने की बजाय खुद वार्ड आठ से टिकट लेना चाहते हैं।
असल में यह वार्ड भाजपा के लिए आसान वार्ड नहीं है। इस वार्ड में तकरीबन 2800 मुस्लिम वोट हैं। यहां पार्टी तभी कामयाब हो सकती है, जबकि कांग्रेस मानसिकता वाले हरिजन वोटों में सेंध मारे। इसके लिए मात्र अनिल नरवाल ही सक्षम हैं। इसी कारण पार्टी चाहती है कि नरवाल की पत्नी के यहां से लड़ें, जिससे चुनाव जीतना आसान हो जाए, कई भाजपाई वार्ड वासी भी यही चाहते हैं, चूंकि वे ही नैया पार लगा सकते हैं, लेकिन अगर नरवाल नहीं माने तो यह वार्ड कांग्रेस के लिए आसान हो सकता है। एक मात्र यही वजह है कि नरवाल की पत्नी के यहां से चुनाव न लडऩे की संभावना के चलते कांग्रेसियों में खींचतान बढ़ गई है। कांग्रेस में यहां आरिफ हुसैन, पप्पू कुरैशी व मुनीर तंबोली के परिवारों में किसी महिला के चुनाव लडऩे की संभावना बताई जा रही है।
-तेजवानी गिरधर
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1 thought on “वार्ड सात में भाजपा की आस टिकी अनिल नरवाल पर”
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जी हा अगर वार्ड न,7 से अनिल नरवाल जी को टिकट मिलता हे भाजपा से तो 100% शोर हे कि भाजपा कि सीट कोई नहीं छिन सकता
क्योंकि पूरा वाल्मीकि समाज तेली समाज भाट समाज आदि समाज का समर्थन हे ओर हर युवा वार्डवासी यही चाहता हे कि अबकी बार वार्ड 7 मे भाजपा की सरकार लानी हे