कब तक पुष्कर तीर्थ की सरकारी भूमि इनके चंगुल में जाने से बची रह सकती है

◆ भास्कर में छपी खबर का हुआ जबरदस्त असर , कलेक्टर गौरव गोयल ने दिए अतिक्रमियों के साथ सख्ती से निपटने के आदेश ••••

◆ कलेक्टर के आदेशो के बाद प्रशासन आया हरकत में , करोड़ों रुपयो की बेशकीमती सरकारी जमीन करवाई मुक्त ••••

◆ कार्यवाही के बाद अतिक्रमी और उनके रहनुमा स्थानीय राजनेताओ में छाई मायूसी , आम नागरिको में ख़ुशी की लहर ••••

राकेश भट्ट
राकेश भट्ट
यूँ तो पुष्कर में पिछले डेढ़ सालो से करोड़ों रुपयो की बेशकीमती जमीनों पर स्थानीय नेताओ के चहेते लोगो द्वारा जमकर अतिक्रमण करने का खेल खेला जा रहा था । जमीन चाहे फीडर के पास की हो या फिर शमसान की , रेतीले धोरो की हो या फिर सरोवर किनारे की , हर जगह खुलेआम कानून की धज्जियाँ उड़ाते हुए सरकारी अतिक्रमण करवाये जा रहे थे ।

अतिक्रमियों के हौसले इतने बुलंद हो गए थे की उन्हें ना भारत सरकार द्वारा जारी किये गए गजट नोटिफिकेशन का डर था और ना ही कौर्ट के आदेशो का । ना ही बार बार तहसीलदार द्वारा की गई कार्यवाही का और ना ही मीडिया का । स्थानीय नेताओ की चाटुकारिता करके हर कोई सरकारी जमीन को अपनी बपौती मानकर बस कब्जे किये जा रहा था । जानकारी तो यहाँ तक है कि नेताओ और अतिक्रमियों में कई जगह ऐसी डील हो चुकी है की कब्जा की जाने वाली अधिकाँश जमीनों में आधी नेताओ की होगी और आधी अतिक्रमियों की ।

लेकिन जिस तरह से दैनिक भास्कर समाचार पत्र ने बेबाकी से करोड़ों रुपयो की सरकारी जमीनों पर धड़ल्ले से किये जा रहे अतिक्रमणों की खबर को प्रमुखता से छापा उसका असर भी उतना ही जल्दी नजर भी आया । मुख्यमंत्री की नाराजगी के बावजूद जिस तेजी से अतिक्रमणों की बाढ़ आई उसकी जानकारी मिलने के बाद अजमेर कलेक्टर गौरव गोयल के भी होश उड़ गए । यही वजह रही की कलेक्टर ने तुरंत एसडीएम , तहसीलदार और नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी को तलब कर अतिक्रमियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए ।

कलेक्टर से मिली फटकार का ही असर था की अतिक्रमण हटाने के लिए खुद एसडीएम भी मौके पर पहुंचे । उन्होंने किसी भी अतिक्रमी को कोई रियायत नहीं दी और जेसीबी से कई निर्माणों को ध्वस्त भी कर दिया । हालांकि अभी भी नेताओ के कुछ चहेतो के अवैध निर्माण बच गए है । उम्मीद है उन्हें भी जिला कलेक्टर जल्द ही धराशायी करवाएंगे । इस कार्यवाही के लिए जितनी तारीफ जिला कलेक्टर गौरव गोयल कि की जानी चाहिए उससे ज्यादा दैनिक भास्कर के संवाददाता पंकज यादव , भीकम शर्मा और उनके सहयोगियों कि की जानी चाहिए । जिनकी सजगता से यह मामला उजागर हो सका ।

जानकारी मिली है की पुष्कर के कुछ जागरूक लोग भास्कर में छापी गई खबर को ना सिर्फ राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तक पहुँचाने में जुट गए है बल्कि इसे राजस्थान हाई कौर्ट के चीफ जस्टिस और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भिजवा रहे है ताकि नेताओ की शह पर चल रहे इस गोरखधंधे पर लगाम लगाईं जा सके । माना जा रहा है की इस कार्यवाही के बाद अतिक्रमियों और उन्हें पनाह देने वाले स्थानीय नेताओ में हड़कंप मचा हुआ है वही पुष्कर के आम जागरूक नागरिको में ख़ुशी की लहर छा गई है ।

कार्यवाही के बाद आम लोगो को लगता है की फिलहाल कुछ दिनों के लिए इस गोरखधंधे में कमी भी आएगी । लेकिन देखने वाली बात यह है की जिला कलेक्टर की इस कार्यवाही का स्थानीय नेताओ और अतिक्रमियों पर कितने दिन असर होता है और कब तक पुष्कर तीर्थ की सरकारी भूमि इनके चंगुल में जाने से बची रह सकती है ।

राकेश भट्ट
प्रधान संपादक
पॉवर ऑफ़ नेशन

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