*◆ विजेता , उपविजेता सहित खेलने वाली सभी टीमों और खिलाड़ियों को बधाई •••*
*◆ आयोजको की कड़ी मेहनत से मिल रही है क्रिकेट को नई उचाइयां •••*
पुष्कर प्रीमियर लीग क्रिकेट प्रतियोगिता में कल खेले गए फाइनल मैच के साथ ही बीते डेढ़ महीनो से चल रहे इस टूर्नामेंट का समापन हो गया । सिद्धेश्वर क्लब पुष्कर और पुष्कर रॉयल्स के बीच हुए इस खिताबी मुकाबले में पहले ओवर से ही मैच रोमांचक रहा लेकिन अंत में राजू विट्ठल की हैटट्रिक ने खेल की बाजी पलट दी और 22 रनों से मैच संदीप बाबू की टीम ने जीत लिया । खास बात यह रही की पूरे टूर्नामेंट में सिद्धेश्वर क्लब पुष्कर की टीम ही ऐसी रही जिसने एक भी मैच नहीं हारा । इसलिए प्रतियोगिता की जीत उनकी अथक मेहनत का ही परिणाम कही जा सकती है ।
मेरी और से इस टूर्नामेंट की विजेता , उपविजेता सहित उन सभी टीमों और उनके खिलाडीयो को हार्दिक बधाई है । जिन्होंने पिछले डेढ़ महीनो के दौरान तेज गर्मी और बारिश की परवाह ना करते हुए खेल भावना का परिचय दिया और क्रिकेट को आगे बढ़ाया । टूर्नामेंट के लिहाज से भी यह अब तक का सबसे सफल आयोजन माना जा सकता है । इससे पहले सावित्री मार्ग की निजी जमीन पर यह आयोजन होता रहा है । लेकिन पहली बार बड़े मैदान में और सुनियोजित तरीके से इसका सफल आयोजन संपन्न हुआ है । जिसमे खिलाडीयो से लेकर दर्शको तक के बैठने की माकूल व्यवस्था थी ।
टूर्नामेंट की सफलता के लिए जितनी प्रशंसा खिलाडीयो की होनी चाहिए उससे कही अधिक इसके आयोजक सीताराम पाराशर ( पंडित जी ) , नाना पाराशर सहित पूरी टीम की भी होनी चाहिए । जिन्होंने सिमित संसाधनों के बावजूद इतना बड़ा आयोजन करवाया और उसे एक ऊंचा मुकाम भी दिया । मेरे जैसे पुष्कर के सभी खेल प्रेमी अच्छी तरह से जानते है की पिछले कुछ सालो से लगातार आयोजित की जा रही यह प्रतियोगिता बगैर किसी भी सरकारी मदद के केवल आयोजको की व्यक्तिगत मेहनत और इच्छाशक्ति के दम पर ही की जा रही है ।
इनकी कड़ी मेहनत और लगन का ही नतीजा है की आज यह प्रतियोगिता पुष्कर , अजमेर सहित आसपास के इलाको में ना सिर्फ अपना एक खास मुकाम हासिल कर चुकी है बल्कि खिलाडीयो की भी जान बन चुकी है । सभी खिलाड़ी पूरे साल इसका इन्तजार करते है और इसमें खेलना अपनी शान समझते है ।
उम्मीद की जानी चाहिए की अगले साल तक पुष्कर पालिकाध्यक्ष कमल पाठक के प्रयास रंग लाएंगे और वे खेल प्रेमियो को खेल मैदान की सौगात दे देंगे ताकि इसका आयोजन अंतरराष्ट्रीय मानको के हिसाब से एक व्यवस्थित मैदान पर किया जा सके । सही मायनो में तभी जाकर पुष्कर के युवाओ को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा और आयोजक भी इसके स्तर को और ऊंचा उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे ।
*राकेश भट्ट*
*प्रधान संपादक*
*पॉवर ऑफ़ नेशन*