कहीं संयोगिता की तरह ही संयोगिता नगर की जमीन का भी ना हो जाये अपहरण

राजेश टंडन
राजेश टंडन
अजमेर विकास प्राधिकरण लगता है इतिहास की उस कहानी को दौराना चाहता है जिसमें संयोगिता का अपहरण हुआ था, सैशन कोर्ट के सामने वकीलों को करीब 20 बीघा जमीन दी थी और उस पर लिखापढ़ी भी पूरी हो गई थी लेकिन नापने के बाद यह जमीन करीब 15 बीघा ही निकली। अजमेर विकास प्राधिकरण चाहता है कि यह जमीन ए.डी.ए. नीलाम करके अपनी तिजोरी भरना चाहता है चूंकि ए.डी.ए. के अध्यक्ष श्री शिव शंकर हेड़ा अजमेर के मूल निवासी हैं और स्वयं भी चार्टड अकाउन्टेन्ट हैं दूसरी ओर वकील समुदाय के नेता बन रहे कुछ वकील भी अपनी भूमिका ठीक डंग से अदा नहीं कर रहे हैं वे ए.डी.ए. की चालों में फंस गये हैं व वकीलों को झूठा आष्वासन देकर अखबारों में खबरें छपवा रहे हैं कि उन्होंने हाल ही जयपुर जाकर विधि मंत्री अरूण चतुर्वेदी से मुलाकात की है और अब मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे जी इस जमीन को वकीलों को सोंपने की घोषणा करेंगी, घोषणा का दावा यह था कि स्वाधीनता समारोह के दौरान अजमेर मेें ही होगी, लेकिन समारोह में यह घोषणा नहीं हो सकी, सच्चाई तो यह है कि समारोह के दौरान वकीलों के नेता बन रहे बार के अध्यक्ष व पदाधिकारी मुख्यमंत्री जी के आसपास तक नजर ही नहीं आये, और ना ही उन्होंने मुख्यमंत्री जी से कोई मुलाकात की। ऐसे में मुख्यमंत्री जी ने कोई घोषणा तो दूर इस विषय में किसी सरकारी अधिकारी से बात तक नहीं की, समारोह के दौरान मैंने जब आनासागर बारादरी पर मुख्यमंत्री राजे का ध्यान इस ओर आकर्षित किया तो उन्होंने कलेक्टर गौरव गोयल को मौके पर बुलाकर ही मामले की जानकारी ली, इस मौके पर वकील, पार्षद भागीरथ जोशी और पूर्व सांसद रासासिंह रावत भी मौजूद थे, बाद में राजे ने कलेक्टर को इस विषय में उचित कार्यवाही करने की बात कही।
मेरा बार के अध्यक्ष व उनके पदाधिकारीयों से यह सवाल है कि उन्होंने आखिर किन स्वार्थों के चलते अखबारों में झूठी खबरें छपवाकर वाहवाही लूटी और वकील समुदाय और अजमेर की जनता को गुमराह भी किया। मेरी राज्य सरकार और जिला प्रशासन से मांग है कि वे इस जमीन के विवाद को तुरन्त समाप्त करें ताकि ऐसे स्वार्थी तत्व अपनी राजनैतिक रोटीयां सेकने से बाज आयें मेरी बार के अध्यक्ष व उनके पदाधिकारीयों से मांग है कि उनका कार्यकाल पूर्ण हो चुका है ऐसे में अनाधिकृत रूप से वे बार के अध्यक्ष बने हुए हैं जो कि उचित नहीं है तुरन्त प्रभाव से बार के चुनाव करवायें ताकि वकीलों के हितों की रक्षा हो सके।
दोस्तों मेरा मानना है कि यदि इस जमीन को बचाना है ए.डी.ए. की बुरी नज़रों से, तो हमंे तुरन्त कलेक्टर गौरव गोयल से मुलाकात करनी चाहिये और उनसे यज जमीन प्राप्त करनी चाहिये, इसके लिये आपके मार्गदर्शन में उचित रणनीति संघर्ष के लिये हमें बनानी चाहिये, मैं चेतावनी देता हूं कि अगर ए.डी.ए. या वकील नेताओं ने इस जमीन का अपहरण किया तो मैं अपना खून बहाने से भी पीछे नहीं हटूंगा.

राजेश टंडन, वकील, अजमेर

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