ये करना चाहिए अजमेर के विकास के लिए

हेमन्त रावत
हेमन्त रावत
कुछ तथ्य अजमेर के विकास हेतु विचार करने आवशयक है
अजमेर की आवशयकता अनुसार कार्यो को विभिन्न योजनाओं मै कराये जाने की आवशयकता है ,वर्ष २००३ मै विशव बैंक ADB, २००७ मै jnnurm के अन्तर्गत ,२००७ मै झील संरछण कार्यो की स्विक्रीति हुई ! इन समस्त कार्यो की समीझा की आवशयकता है ,इसके साथ साथ विभिन्न विभागों व्दारा कई योजनाए बनाई गई उनमे से एक महत्व पूर्ण योजना १करोड रु खर्च कर जलदाय विभाग व्दारा बनाई गई है,यहां यह बताना ईसलिये आवशयक है क्योकि पिछले दस वर्षों से केवल मात्र आश्वासनों के कोई समाधान अजमेर की जनता को नहीं मिला जैसे यातायात व्यवस्था मै सुधार,पार्किंग व्यवस्था मै सुधार,अतिक्रमण मै सुधार,आनासागर झील शुद्धिकरण ,सीवर कनेक्सन लाईनों को चालू करन,रोजाना जल वितरण ,दरगाह area विकास,पुरातत्व विकास,जो फव्वारे आरम्भ किये वो भी बन्द ईत्यादि अनेक ऐसे कार्य है जिनको पूर्व की योजनाओं मै सम्मिलित कीया गया था लेकिन समीछा ऐवं ईच्छाशत्कि के अभाव मै पूर्ण किया जाना सम्भव नहीं हुआ ! वर्तमान मै पिछले २ वर्षों मै कई योजनाए जैसे HARDYA ,PRASAD,SMART CITY,AMRIT,Swach Bharat,Tourism etc. स्विर्कित हुई हैं ,कई मिटिंग सम्भागीय,जिला,नगर निगम,नगर सुधार ADA,पर्तिनिधि स्तर पर की गई ऐवं योजनाए भी बनाई गई कंसलटेंट भी रखे गये है ? पूर्व के कार्यो की समीझा कर योजनाओं को आवशयकता अनुसार भूमि व अन्य उपलब्धता अनुसार कार्य को लिया जाना चाहिए ,! विभिन्न कार्यो संधारण के लिये भी आवशयक बजट प्रावधान होना आवशयक है ! केवल मात्र दिखावे के लिये कार्य को नहीं करायें जो कुछ समय बाद संधारण के अभाव मै बन्द हो जायें या आवशयक नहीं होने के कारण बन्द हो जायें ! जैसे पूर्व मै शहर मै लगाये गये सारे फव्वारे बन्द रहते है,एक उंचा फव्वारा आनासागर मै लगाया गया बन्द हो गया ,आनासागर के चारों ओर जाली लगाई गई अब हटाई जा रही है,डेकोरेटिव लाइटस हटानी पड रही है,शहर मै हर चौराहे चौपाटी पर मिट्टी के शेर,हिरण ईत्यादि लगाकर हटाये गये,अशोक उघ्यान,राजीव पार्क,पर्थवीराज स्मार्क,ईत्यादि पूर्व मै विकसित जगह खणडहर बनते जा रहे है ! पूरे शहर मै अतिक्रमण हो रहा है कहूीं भी पार्किंग, यातायात व्यवस्था नही है ,पिछले २ दशक से केवल मात्र कागजी कार्यवाही हो रही है !पूर्व मै भी आवशयक योजनाए बनाई गई लेकिन किरयानवत नहीं हुई मुख्यत: सीवर योजनाए पुल,ROB,Elevated roads,पार्किंग,ऱोड चौडी,चौराहे सुदारने,स्लम मुत्त आनासागर को गन्दे नालों से मुक्ति,वेटलेणड विकसित,दरगाह विकास ईत्यादि ! उपरोक्त आवशयक कार्यो को न कराकर नये नये कार्यो को दिखाने के लिये करना कहां की बुध्दिमत्ता है राणापरताप स्मारक,साईकल स्टेणड, मुविंग वाचनालय,खिलोने वितरण,कपडे वितरण,ये ऐसे कार्य है जो छणिक वाहवाही लूटने मै साधक है ईन कार्यो से शहर की सुन्दरता,पार्किंग व्यवस्था,यातायात व्यवस्था,अतिक्रमण ,आनासागर ईत्यादि मै कोई सुधार नहीं हुआ है ! जितनी राशि ईन कार्यो के लिये उपलब्ध होगी उसके लिये प्रसाशन को विदेश जाने कि आवशयकता नहीं है ,कार्यो को कराने की ईच्छा शक्ति की आवशयकता है! यहां मुझे यह बताना भी आवशयक है की मै वर्ष २००३ से ADB, Jnnurm, lake conservation,Hirdya ,Smart city की विभिन्न कमेटीयों मै मेम्बर होने के कारण ऐवं विभाग मै रहते हुए पूर्ण रुप से अजमेर के विकास मै सहभागी रहा हूं ,पिछले ९ वर्षों तक अजमेर की अजमेर ईंन्जीनीयरस ईन्सटीट्यूसन के अध्यछ का पद सम्भाल रखा था तब भी समय समय पर प्रशासन को अवगत कराते रहे है ! योजनाए तो करोडों की बनती है ADB के अन्तर्गत कुल १५० करोड रु के कार्य को ६ वर्ष मै बहुत मुशकिल से पूर्ण कीये,Jnnurm के अन्तर्गत बीसलपुर पाइप लाइन एवं सीवर कार्य को छोड दें तो दरगाह छेत्र के ३८ एवं BSUP के १०७ करोड रु की राशि खर्च नहीं कर पाये ईसी प्रकार आनासागर सुधार मै केवल मात्र १५ करोड रु खर्च नहीं कर पाये ? अजमेर की जल वितरण रोजाना करने के लिये वास्तव मै किसी स्टोरेज की आवशयकता नहीं है ,सीवर लाईनों को आरम्भ करने के लिये कुछ नहीं करना केवल ईच्छा शक्ती चाहिये !अजमेर पुष्कर टनल से ज्यादा अजमेर मेडता रेल अति आवशयक है ,अजमेर मै कराये जाने के लिये बहुत से आवशयक कार्य हैं ! जल संरछण के लिये पूर्व मै भी बावडीयों की सफाई ,४० लाख रु Jnnurm मै स्विकरित थे कोई कार्य नहीं करा पाये स्कूलों मै जल संरछण के कार्य कराये गये आज सब बेकार पडे है ! लिखने का तात्पर्य केवल इतना है कि अजमेर की मुख्य समस्यों को ध्यान मै रखते हुए कार्यो को नई योजनाओं मै सम्मिलित कीया जाए जैसे यातायात व्यवस्था,पार्किंग व्यवस्था,अतिक्रमण मुत्त,वेन्डर जोन,पुल,पार्क,एलिवेटेडरोड,आनासागर शुध्दिकरड,पाथ वे,शहर के चौराहे सौन्दरीकरण ,फव्वारे चालू रहें,सीवर लाईने चालू हों ईत्यादि ! शहर के चारों ओर पेड पोधे फूल फव्वारे लगाकर चारचांद लदाये जा सकते है,पुरातत्व महत्व के स्थानों को पुनर्जिवित कीयाजाकर रमनीक स्थल बनाये जायें ! अत: कुछ करें केवल आशवासनों से शहर का विकास सम्भव नहीं है!
हेमन्त रावत
B 10 Aravli Vihar colony
Ajmer

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