परनामी ने बनाया प्रदेश कार्यसमिति सदस्य
रजनीश रोहिल्ला। अजमेर
13 साल पहले भाजपा की राजनीति में प्रवेश करने वाले कंवल प्रकाश किशनानी प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य बन गए है। उन्हें पहली बार पार्टी में कोई अधिकृत पद मिला है। यह पद कई मायनों में महत्वपूर्ण है। छह दृष्टिकोणों से कंवल प्रकाश के जीवन और इस पद के महत्व को समझा जा सकता है।
1. देवनानी और कंवल प्रकाश
कंवल प्रकाश का नाम पहली बार 2००3 के चुनाव से पहले राजनैतिक चर्चा में आया। अजमेर उत्तर से तत्कालिन विधायक वासुदेव देवनानी के साथ-साथ टिकट की दावेदारी करने वालों में एक नाम कंवल प्रकाश का भी था। उस समय कंवल प्रकाश की भाजपा में कोई जमीन नहीं थी। इसी समय से देवनानी और कंवल प्रकाश में राजनैतिक दूरियां बढ़ गई।
2. लखावत और कंवल प्रकाश
वरिष्ठ भाजपा नेता ओंकारसिंह लखावत और कंवल प्रकाश के बीच नजदीकीयां बनी। कंवल प्रकाश की कार्यशैली और क्षमताओं के चलते वो लखावत के प्रिय बनते चले गए।
3. अनिता भदेल और कंवल प्रकाश
लखावत से नजदीकीयां बनने के साथ-साथ कंवल प्रकाश मंत्री अनिता भदेल के नजदीक भी आते गए। सुरेंद्रसिंह शेखावत के भाजपा से जाने के बाद अब अनिता भदेल के नजदकीयों में उपमहापौर संपत्त सांखला और कंवल प्रकाश की ही गिनती होती है।
4. रासासिंह रावत और कंवल प्रकाश
पूर्व सांसद रासासिंह रावत जब अजमेर शहर के अध्यक्ष बने तब कई प्रयासों के बाद भी कंवल प्रकाश को शहर कार्यकारिणी में स्थान नहीं दे पाए। बाद में उन्हें प्रचार मंत्री बनाया गया। जबकि पार्टी संविधान में ऐसा कोई पद था ही नहीं।
5. अरविंद यादव और कंवल प्रकाश
रासासिांह रावत के अध्यक्ष कार्यकाल के दौरान अरविंद यादव और कंवल प्रकाश की नजदीकियां बढ़ी। दोनों ने मिलकर पार्टी का मीडिया वर्क समेत अन्य कार्य संभाले। लेकिन जब अरविंद यादव शहर अध्यक्ष बने तो कंवल प्रकाश को शहर कार्यकारिणी में कोई स्थान नहीं दिया।
6. आरएसएस और कंवल प्रकाश
अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडऩे का मन बना चुके कंवल प्रकाश ने आरएसएस के प्रतिनिधियों से भी अपनी नजदीकियां बनाई। उन्होंने संघ के कई कार्यक्रमों में अपनी भूमिका निभाई। साथ ही नियमित शाखा में भी जाना शुरू किया।
13 साल बाद मिला पद
कंवल प्रकाश को पार्टी में 13 साल काम करने के बाद पद मिला है। अजमेर मेें दो मंत्रियों के बीच चल रही राजनैतिक जंग के बीच कंवल प्रकाश को कोई पद नहीं मिल सका। हालांकि लखावत और अनिता भदेल ने कई मौको पर हमेशा कंवल प्रकाश की पैरवी की।
अब उन्हें प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य बनने का मौका मिला है।
7 में से केवल कंवल ऐसे जिनके पास कोई महत्वपूर्ण दायित्व नहीं रहा
प्रदेश अध्यक्ष परनामी द्वारा घोषित अजमेर जिले के सात प्रदेश कार्यसमिति सदस्यों में केवल कंवल प्रकाश ऐसे नेता है जिनके पास पार्टी में कभी बड़ा दायित्व नहीं रहा। कंवल प्रकाश्या के अलावा सांसद भूपेंद्र यादव, पूर्व सांसद रासासिंह रावत, विधाययक शंकरसिंह रावत, पूर्व विधायक गोपाल धोबी, पूर्व विधायक किशन गोपाल कोगटा, पूर्व जिला प्रमुख सरिता गैना और वर्तमान जिला प्रमुख वंदना नोगिया हैं।