तो अब किशनगढ़ एयरपोर्ट के उद्घाटन की जरूरत कहां है?

11लो जी, अजमेर जिले की बहुप्रतीक्षित व महत्वाकांक्षी किशनगढ़ एयरपोर्ट का शुभारंभ हो गया है। संसदीय सचिव सुरेश रावत व किशनगढ़ भाजपा विधायक भागीरथ चौधरी ने दिल्ली से यहां आए निजी कंपनी के चार्टर प्लेन को बाकायदा हरी झंडी दिखाई। इन दोनों नेताओं का नाम अजमेर के इतिहास में सदा के लिए स्वर्णाक्षरों में दर्ज हो गया है। इनकी तो बल्ले बल्ले हो गई। जिले के ही राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष प्रो. सांवरलाल जाट, राजस्थान पुरा धरोहर संरक्षण प्राधिकरण के अध्यक्ष औंकार सिंह लखावत, शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी, महिला व बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भदेल, संसदीय सचिव शत्रुघ्न गौतम सरीखे नेता ये सोच रहे होंगे कि उनके होते, और उनके बिना रहते हरी झंडी फहरा दी गई।
कैसी विचित्र बात है कि इस एयरपोर्ट का औपचारिक व विधिवत शुभारंभ हुआ नहीं है, महज एक प्राइवेट कंपनी का ट्रायल चार्टर प्लेन आया था, मगर उसका स्वागत कुछ इस तरह से हुआ, मानो इसी के साथ हवाई अड्डों की दुनिया में अजमेर भी शुमार हो गया है। जबकि हकीकत ये है कि इससे पहले भी चार्टर प्लेन लैंड कर चुके हैं।
हालांकि यह पूरा घटनाक्रम हुआ कैसे, यह अभी गुत्थी ही है, मगर सोशल मीडिया पर दोनों जनप्रतिनिधियों ने बधाइयां बटोर लीं। वहां रावत बोले कि किशनगढ़ एयरपोर्ट को जो सपना देखा था, वह आज पूरा हो गया, जल्द ही एयरपोर्ट से नियमित विमान सेवाएं शुरू होगीं। मानो वह सपना उन्होंने ही देखा था। उन्होंने ही पूरा करवाया। जब कि सच ये है कि यह सपना सबसे पहले सिटीजंस कौंसिल के अध्यक्ष व दैनिक नवज्योति के प्रधान संपादक दीनबंधु चौधरी ने देखा था। बसरों तक राज्य व केन्द्र सरकार के साथ चि_ी पत्री करते रहे। मगर आखिर तभी साकार होने की दिशा में कदम बढ़ा जब पूर्व केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री सचिन पायलट ने रुचि ली। बेशक अब जब कि यह एयरपोर्ट नियमित रूप से शुरू होने के मुकाम पर आया है तो इसका श्रेय भाजपा ही लेना चाहेगी। ऐसा होता रहा है। एक सरकार कोई योजना शुरू करवाती है और दूसरी पूरा करवाती है तो श्रेय दूसरी ही लेती है। मगर हरी झंडी दिखाने का गौरव तो रावत व चौधरी ने ही हासिल किया।
खैर, सच्चाई ये है कि इस एयरपोर्ट से नियमित व्यावसायिक उड़ानें अगस्त माह से शुरू होंगी, जिसका विधिवत शुभांरभ करने केन्द्र का कोई बड़ा नेता यथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आनी चाहिए। बड़ा जलसा होना अपेक्षित है। मगर अब जबकि संसदीय सचिव रावत व विधायक चौधरी एक प्राइवेट कंपनी के चार्टर प्लेन को हरी झंडी दिखाने वहां पहुंच चुके हैं तो सवाल उठता है कि क्या यहां फिर से हरी झंडी दिखाने की रस्म की जरूरत रह गई है?
ऐसा प्रतीत होता है कि यह सब मीडिया का किया धरा है। उसी ने एक सामान्य सी खबर को इतना बढ़ा चढ़ा कर पेश किया कि ऐसा प्रतीत होने लगा कि मानो शुभारंभ होने जा रहा है।
बहरहाल, रावत व चौधरी को बधाई।

-तेजवानी गिरधर
7742067000

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