गृहमंत्री सेठ गुलाब चंद कटारिया दा वी कोई जवाब नहीं

राजेश टंडन एडवोकेट
राजेश टंडन एडवोकेट
कटारिया जी जिस तरह राजस्थान पुलिस का मनोबल बढाया है , वह काबिले तारीफ है कुख्यात गेंगस्टर आंनद पाल प्रकरण मैं यह कह कर कि अपनी पुलिस को क्या मरने के लिये छोड दूं , एक गुंडे बदमाश के लिये जिस पर पांच लाख का ईमान हो , जिस पर 37 केस चल रहे हों I P C की लूट ,कत्ल , डैकती , रंगदारी की विभिन्न धाराओं मे , मैं पुलिस के साथ कल भी खडा था और आज भी खडा हूँ जिसको C B I से जाचं करवानी है वो कोर्ट मैं जाये ,मैं पुलिस को धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने जान पर खेल कर उसे पकडने की कौशिश की और उसे आत्मसमर्पण करने के लिये कहा पर वो नहीं माना और पुलिस पर गोलियां चलाता रहा तो ऐसे मैं क्या पुलिस मरने के लिये है ,जनता को भी पुलिस का मनोबल बढाना चाहिए ,
ऐसा ही एक बार पूर्व गृहमंत्री धारीवाल जी ने कहा था कि पुलिस पिटने के लिये नहीं है , मेरे पुलिस वालों पिट कर मत आना , गुंडे बदमाशों को , कानून से खेलने वाले आतंकवादीयो को गेंगस्टर को अच्छी तरह पीट , पीट कर आना मैं बैठा हूँ तुम्हारा बाल भी बांका नहीं होने दूंगा तब भी पुलिस वालों ने कहा था कि गृहमंत्री ने जो हमें मान सम्मान दिया है हम अभिभूत हैं ,
मेरे अब समझ मे आया की हर सरकार ओसवालों को ही गृहमंत्री क्यों बनाती है , और वो सदा कामयाब हुऐ है जैसे चन्दन मल वेद जी , प्रधुम्न सिंह जी , धारीवाल जी ,कटारिया जी , एक बार गलती से शक्तावत जी को बना दिया था तो उन पर कैसे कैसे आरोप लगे थे वो सर्वविदित है , ओसवाल बहुत कुशल व कामयाब गृहमंत्री साबित हुये है,
कटारिया जी घर विगत मीटिंग मे एक भाजपा के मंत्री जी अड गये आप जांच C B I को दे दो मैं सब आंदोलन खत्म करवा दूंगा , माननीय कटारिया जी ने कटाक्ष किया की क्या आपही ये आंदोलन करवा रहे हो और निसंकोच कहा आप चाहो तो मैं इस्तीफा दे सकता हूँ पर जांच cbi को नहीं दूंगा , और अगर आपने दवाब बनवा कर माननीय मुख्यमंत्री जी से भी cbi को दिलवाई तो मैं पांच मिनट मैं इस्तीफा दे दूंगा पर पुलिस का मनोबल नहीं टूटने दूंगा , अगर हम लोग ऐसा करेंगे तो पुलिस अपराधीयों को कैसे पकडेगी ,
ऐसे महान कटारिया जी को मेरा सलयूट और प्रणाम तथा साधूवाद,

आपका अपना राजेश टंडन वकील अजमेर ।

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