एसपी की ये कवायद कितनी कारगर होगी?

राजेन्द्र सिंह
राजेन्द्र सिंह
जानकारी मिली है कि अजमेर के एसपी राजेन्द्र सिंह चौधरी ने पुलिस का जनता के प्रति व्यवहार सुधारने के लिए रात्रि गश्त के दौरान पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों को लोगों के मोबाइल व फोन नंबर लिख कर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में रोजाना पहुंचाने के निर्देश दिए हैं, ताकि उनके कार्यालय से उन लोगों से संपर्क करके पुलिस के व्यवहार के बारे में जानकारी ली जा सके। यदि किसी के साथ अभद्रता हुई हो तो संबंधित पर कार्रवाई की जा सके। कहने को तो ये कदम सराहनीय लगता है और प्रतीत होता है कि एक तो एसपी को अपने मातहतों के व्यवहार के बारे में पता है और दूसरा ये कि वे आम जनता के हित की सोच रखते हैं। यह बात सही है कि पुलिस कर्मी रात में चौकस रहते हैं, मगर पूछताछ के दौरान उनकी भाषा कैसी होती है, यह सब जानते हैं। शिकायत कोई इसलिए नहीं करता, क्योंकि एक तो किसी के पास इतना टाइम नहीं है, दूसरा ये कि किसी को भरोसा नहीं कि एसपी कार्यवाही भी करेंगे? सवाल ये उठता है कि क्या एसपी को अपने अधीनस्थों पर इतना विश्वास है कि वे ईमानदारी से नंबर लिख कर देंगे? सीधी सी बात है, जिस के साथ भी उन्होंने बदतमीजी की होगी, उसका नंबर वे लिख कर देंगे ही नहीं। ऐसे में इस सराहनीय कदम से फायदा होगा क्या? हां, ये बात ठीक है कि अगर वाकई एपसी साहब आम जनता के प्रति चिंतित हैं तो शिकायत करने पर कार्यवाही करेंगे, ऐसी उम्मीद की जा सकती है।
-तेजवानी गिरधर
7742067000

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