खादी बोर्ड के बाबू से अध्यक्ष तक का सफर

केकड़ी के पूर्व विधायक शम्भू दयाल बडगूजर का निधन

shambhu dayal badgujarसुरेन्द्र जोशी/केकड़ी
पूर्व विधायक शम्भू दयाल बडगूजर के निधन से शनिवार को सुबह इलाके में शोक की लहर दौड पडी। संसदीय सचिव शत्रुघ्र गौतम सहित शहर के कई भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मालूम हो कि पूर्व विधायक बडगूजर ने खादी बोर्ड में बाबू से लेकर खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष तक का सफर तय किया है। बडगूजर ने 1977 से 1989 तक हैण्डलूम कार्पोरेशन में बाबू से लेकर डिपो मैनेजर तक के पद पर काम किया। इस दौरान उन्होंने केकड़ी सहित सवाईमाधोपुर व लालसोट में भी काम किया। लालसोट में हैण्डलूम कार्पोरेशन बोर्ड के डिपो मैनेजर पद से इस्तीफा देकर उन्होंने 1990 में राजनीती में कदम रखा और इसके बाद कभी पीछे मुड कर नही देखा। 1990 में जनतादल से चुनाव लड कर वे पहली बार केकडी के विधायक बने। 1993 में वे भाजपा में शामिल हो गए और कांग्रेस के कददावर नेता जगन्नाथ पहाडिया को परास्त कर पूरे प्रदेश में पहाडिया पछाड के नाम से प्रसिद्व हुए। दो बार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने केकड़ी क्षेत्र के विकास को नए आयाम दिए और सहज व सरल कार्यशैली से भाजपा के कमल को घर घर तक पहुचांया। सन 1999 में उन्होंने टोंक संसदीय क्षेत्र से भी चुनाव लडा मगर वेे चुनाव हार गए। इसके बाद उन्होंने लम्बे समय तक भाजपा संगठन का कामकाज देखा। बडगूजर 1999 से लगातार तीन साल तक अजमेर देहात भाजपा के जिलाध्यक्ष रहे तथा भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य के रूप में भी उन्होंने पार्टी को अपनी सेवाए दी। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में बडगूजर सैंट्रल हैण्डीक्राफ्ट बोर्ड के डायरेक्टर भी रहे और वर्तमान में वे खादी ग्रोमोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष पद पर रहते हुए राजस्थान में खादी के विस्तार को लेकर कई नवाचार करने में जुटे थे।
केकड़ी में हुआ तीनो संतानो का जन्म
ये भी एक संयोग है कि बडगूजर की तीनो संतानो का जन्म केकड़ी में ही हुआ। वर्तमान में उनकी सबसे बडी बेटी सरिता बडगूजर जयपुर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत है। एक पुत्र दिनेश बडगूजर आयकर विभाग अहमदाबाद में डिप्टी कमीश्रर के पद पर तथा दूसरा पुत्र राजेश बडगूजर बिक्री कर विभाग तयपुर में एसीटीओ के पद पर कार्यरत है।
25 साल बाद कटवाई थी दाढी
क्षेत्र में बडगूजर के प्रति निष्ठा रखने वाले कार्यकर्ताओ की भी कोई कमी नही थी। पार्टी के एक कार्यकर्ता सुरेश सेन ने तो उनके पहली बार विधायक बनते ही ऐसा संकल्प लिया कि वे बडगूजर के मंत्री बनने तक दाढी नही कटवाएंगे। कार्यकर्ता का संकल्प काफी दृढ रहा। पिछले पच्चीस वर्षो में उसके जीवन में कई उतार चढाव आए। घर में कुछ परिजनो की मौत भी हुई मगर दाढी नही कटवाई। अन्तत: ईश्वर ने उसकी फरियाद सुनी और प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने बडगूजर को खादी ग्रामोद्योग बोर्ड का अध्यक्ष बना कर राज्यमंत्री का दर्जा दिया तब जाकर पार्टी कार्यकर्ता सुरेश सेन ने पच्चीस साल बाद अपनी दाढी बनाई तो पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने भी ऐसे निष्ठावान कार्यकर्ता की पीठ थपथपाई थी।

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