नर्सिंग होम संचालिका डाॅ सुशीला यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज

फोन बंद करके अज्ञातवास में चली गई डाॅ यादव

नवीन वैष्णव
नवीन वैष्णव
फाॅयसागर रोड़ स्थित किरण नर्सिंग होम संचालिका डाॅ सुशीला यादव के खिलाफ पीबीआई चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद से डाॅ यादव बिना किसी को बताए फोन बंद करके अज्ञातवास में चली गई है। वहीं चिकित्सा विभाग व पुलिस की टीम कार्रवाई में जुटी हुई है।
पीबीआई थाने के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुवीर सिंह ने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ के.के.सोनी ने किरण नर्सिंग होम में लिंग परीक्षण कर अवैध गर्भपात करवाने का अंदेशा जताते हुए रिपोर्ट दी थी। इसके आधार पर संचालिका डाॅ सुशीला यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। नर्सिंग होम से एक सोनोग्राफी मशीन और दस्तावेज भी जप्त किए गए हैं। एएसपी रघुवीर सिंह ने कहा कि सोनोग्राफी के ट्रेकर की जांच करवाई जाएगी, इसके साथ ही दुसरी जांच भी पुलिस की टीम कर रही है। इस संबंध में अस्पताल के स्टाॅफ के भी बयान लिए गए हैं जिसमें भी विरोधाभास सामने आ रहा है।
जांच केन्द्रों से भी लिया रिकाॅर्ड
उक्त मामले में चिकित्सा विभाग की स्टेट टीम ने भी गर्भवती महिला के पास मिली जांच केन्द्रों की सोनोग्राफी के आधार पर उन सभी जांच केन्द्रों का भी रिकाॅर्ड प्राप्त किया है। इसकी भी जांच की जा रही है। इनमें अनियमितता मिलने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
दिन में चार बजे भर्ती हुई थी महिला
नर्सिंग होम में महिला दिन में चार बजे भर्ती की गई थी लेकिन अस्पताल प्रबंधन रात्रि 2 बजे भर्ती होने की बात कह रहा है। स्वयं डाॅ सुशीला यादव ने भी चिकित्सा विभाग की टीम को कहा कि रात्रि में आई, इसलिए उन्हें उसकी जानकारी नहीं दी गई। महिला के दिन में भर्ती होने के सबूत भी चिकित्सा विभाग की टीम को मिल चुके हैं।
रूकवाया था गर्भपात
आपको बता दें कि 3 सितम्बर रविवार को किरण नर्सिंग होम में गर्भ में पल रही कन्या का गर्भपात करवाने की मुझे सूचना मिली थी। इसके बाद सीनियर आईएएस एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के मिशन निदेशक नवीन जैन को जानकारी देकर स्थानीय चिकित्सा विभाग की टीम डाॅ के के सोनी के नेतृत्व में भेजी गई थी और कन्या के गर्भपात को रूकवाया था। पूरी खबर पढ़ने के लिए पढ़े ‘‘ कन्या भ्रूण हत्या को रोकने में मिली कामयाबी’’ ब्लाॅग। फेसबुक पर भी पढ़ सकते हैं।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
9252958987
navinvaishnav5.blogspot.com

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