टीम अन्ना का साथ देकर फिर चौंकाया देवनानी ने

कीर्ति पाठक से गुफ्तगू करते प्रो. देवनानी

एक ओर जहां शहर जिला भाजपा टीम अन्ना के आंदोलन से अधिकृत रूप से अपने आप को अलग रखे हुए हैं, वहीं अजमेर उत्तर के भाजपा विधायक व पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी आंदोलन का न केवल खुल कर समर्थन कर रहे हैं, अपितु सक्रिय रूप से भाग भी ले रहे हैं। राजनीतिक हलकों में उनके इस कदम को कौतुहल की नजर से देखा जा रहा है।
प्रो. वासुदेव देवनानी ने जन लोकपाल बिल के समर्थन में कलेक्ट्रेट पर आईएसी के कीर्ति पाठक वाले गुट की ओर से किये जा रहे अनशन पर पहुंच कर केन्द्र सरकार को सद्बुद्धि प्रदान किये जाने हेतु आयोजित हवन में आहूति भी दी। जाहिर सी बात है कि एक ओर जहां पूरी भाजपा इस मामले पर चुप्पी साधे बैठी है, वहीं अकेले देवनानी सक्रिय हैं तो सभी का चौंकाना स्वाभाविक है। ऐसा नहीं है कि देवनानी वहां बिना बुलाए पहुंचे हैं। बाकायदा उन्हें आमंत्रित किया गया था। उन्हें ही नहीं, कीर्ति पाठक ने तो अन्य सभी भाजपा नेताओं, यहां तक कि कांग्रेसी नेताओं को भी आमंत्रित किया, मगर पहुंचे केवल देवनानी।
ज्ञातव्य है कि इससे पूर्व भी देवनानी इंडिया अगेंस्ट करप्शन की ओर से अन्ना संदेश यात्रा के तहत जवाहर रंगमंच पर आयोजित कुमार विश्वास की सभा में प्रमुख श्रोताओं के रूप में विधायक वासुदेव देवनानी और साथ ही आरएसएस अजमेर महानगर संघ चालक सुनील दत्त मौजूद थे। तब भी सभी चौंके थे और विशेष रूप से भाजपा कार्यकर्ता असमंजस में पड़ गए थे कि उन्हें इस आंदोलन में शामिल होना चाहिए अथवा नहीं। तब तो चलो केवल एक भाषण कार्यक्रम था, इस कारण यह समझा गया कि देवनानी के पास यह तर्क होगा कि किसी का भाषण सुनने में क्या बुराई है, मगर अब जब अनशन स्थल पर जा कर यज्ञ में आहुतियां दीं तो मामला गंभीर नजर आया। राजनीतिक हलकों में उनके इस कदम पर कयास लगाए जा रहे हैं। सवाल ये उठाए जा रहे हैं कि ऐसा करके वे क्या जताना चाहते हैं? आखिर वे कौन सा गणित ले कर चल रहे हैं? क्या ऐसा वे किसी के इशारे पर कर रहे हैं? ऐसी क्या वजह है कि पूरी भाजपा एक ओर है और देवनानी एकला चालो रे की तर्ज पर दूसरी ओर?

अनशन स्थल पर यज्ञ में आहुति देते प्रो. देवनानी

प्रसंगवश बता दें कि देवनानी का अन्ना आंदोलन में शिरकत करना इसलिए भी चौंकाने वाला है कि पिछले दिनों कुमार विश्वास ने अजमेर प्रवास के दौरान सभा व प्रेस कांफ्रेंस में सरकार पर तो हमले किए ही, भाजपा को भी नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा था कि भाजपा ने प्रतिपक्ष के रूप में कमजोर भूमिका निभाई है। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भाजपा नेता एक राय नहीं हैं। संसद के बाहर भाजपा नेता सीबीआई को जन लोकपाल के दायरे में लाने की बात करते हैं तो सदन में इस मुद्दे पर चुप्पी साध लेते हैं। टीम अन्ना के भाजपा पर भी हमले के बावजूद उसका साथ देना वाकई चौंकाने वाला है।

बाबा रामदेव के समर्थन में निकाली रैली में मौजूद प्रो. देवनानी

प्रो. देवनानी ने एक ही दिन में एक और चौंकाने वाली घटना को अंजाम दिया। वे स्वामी रामदेव द्वारा 9 अगस्त 2012 को दिल्ली के रामलीला मैदान में किए जा रहे आन्दोलन के समर्थन में पतंजलि योग समिति, भारत स्वाभिमान, युवा भारत, महिला पतंजलि एवं किसान पंचायत के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित रैली में भी पहुंच गए। यहां भी वही स्थिति रही। भाजपा के जाने-पहचाने चेहरे नदारद रहे, जबकि अकेले प्रो. देवनानी भाजपा का प्रतिनिधित्व करते नजर आए। भाजपाइयों ने प्रो. देवनानी की इन गतिविधियों पर सिर तो खूब धुना, मगर उन्हें समझ में नहीं आया कि आखिर देवनानी कौन सी चाल चल रहे हैं?
-तेजवानी गिरधर

1 thought on “टीम अन्ना का साथ देकर फिर चौंकाया देवनानी ने”

  1. दॆवनानी जी कॆ अन्ना हज़ारॆ व बाबा रामदॆव कॆ आन्दॊलन मॆ शामिल हॊनॆ मॆ कुछ भी विचित्र बात नही है क्यॊकि हर नॆता कीसी पार्टी का सदस्य बाद मॆ है इस दॆश का ज़िम्मॆदार‌ नागरिक पहलॆ है, और उसॆ पूरा हक है कि वॊ राष्ट्रहित कॆ हर कार्य मॆ शामिल हॊ| दॆवनानी जी नॆ अगर दलगत राजनीति सॆ ऊपर उठकर यह किया है तॊ यह सराहनीय‌ है|

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