अमेरिकी मीडिया ने नहीं दिया मोदी यात्रा को महत्व

modi_ny_2_536783552इन दिनों भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी पहली अमेरिका यात्रा पर हैं। अमेरिका यात्रा के दौरान जहां भारतीय समुदाय के लोग मोदी को लेकर बहुत उत्साहित हैं और उन्होने न्यूयार्क के मशहूर सेन्ट्रल पार्क पर मोदी की भव्य सभा भी आयोजित की वहीं अमेरिकी मीडिया और प्रशासन मोदी की अमेरिका यात्रा को लेकर उदासीन ही है। अमेरिका के बड़े अखबारों और उनके डिजिटल संस्करणों में मोदी की यात्रा को लेकर भारत अमेरिका संबंधों को लेकर न तो कोई आंकलन विश्लेषण नजर आ रहा है और न ही समाचारों में मोदी का कोई बहुत जिक्र किया जा रहा है।

हालांकि पहले भी किसी भारतीय प्रधानमंत्री के अमेरिका दौरे पर अमेरिकी मीडिया कोई खास तवज्जो नहीं देता था लेकिन इस बार नरेन्द्र मोदी की यात्रा में इस रुख में बदलाव आने की उम्मीद थी क्योंकि नरेन्द्र मोदी पहले ही अमेरिकी वीजा फसाद के कारण अमेरिका में काफी चर्चा में आ चुके थे लेकिन अब तक तो ऐसा नहीं हुआ है। अमेरिका में नरेन्द्र मोदी के ज्यादातार कार्यक्रम सिमट चुके हैं और अब कुछ मशहूर अमेरिकी पूंजीपतियोंं और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से उनकी मुलाकात होना ही शेष है। लेकिन अब तक मीडिया में मोदी को वैसी कवरेज नहीं मिली है जैसी मिलने की उम्मीद थी।

अमेरिका के कुछ बड़े अखबारोंं की बात करें तो द वाल स्ट्रीट जर्नल अमेरिका का सबसे बड़ा अखबार है। इसके बाद न्यूयार्क टाइम्स, यूएसए टुडे, लॉस एन्जिल्स टाइम्स और डेली न्यूज अमेरिका के पांच सबसे बड़े अखबार है। न्यूयार्क पोस्ट और वाशिंगटन पोस्ट क्रमश: छठवें और सातवें नंबर पर हैं। लेकिन शीर्ष के इन अखबारों में वाशिंगटन पोस्ट और न्यूयार्क टाइम्स के अलावा किसी अखबार ने मोदी की अमेरिका यात्रा को नोटिस भी नहीं लिया है। अमेरिका पहुंचने के दिन नरेन्द्र मोदी जरूर खबर बने थे लेकिन पहुंचने के कारण नहीं बल्कि उनके खिलाफ एक अमेरिकी अदालत द्वारा जारी सम्मन के कारण। इस बीच न्यूयार्क टाइम्स ने एक विश्लेषण जरूर छापा था जिसमें उन्हें सोशल मीडिया का शहंशाह बताया था और वाशिंगटन पोस्ट में उनकी भारतीय ब्यूरो चीफ ने एक विश्लेषण लिखा था कि कैसे नरेन्द्र मोदी अमेरिका में एक पूर्व मिस अमेरिका, रॉकस्टार बैण्ड और थ्रीडी लेजर शो के जरिए सेन्ट्रल पार्क में धमाकेदार उपस्थिति दर्ज करानेवाले हैं।

इन छिटपुट उपहासात्मक और गैर जरूरी विश्लेषणों के अलावा अमेरिकी मीडिया घरानों ने कोई खास नोटिस नहीं लिया है। मोदी की अमेरिका यात्रा से दोनों देशोंं के द्विपक्षीय संबंध और विश्व में उभरती शक्ति के रूप में भारत की स्थिति के साथ अमेरिकी तालमेल से जुड़े आंकलन नदारद हैं। मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान भी मीडिया में आइसिस के खिलाफ कार्रवाई और बिल क्लिंटन की बेटी चेल्सिया के घर संतान का जन्म अमेरिकी मीडिया के लिए ज्यादा जरूरी खबर है। जाहिर है, भारत में भले ही मोदी की अमेरिका यात्रा को भारतीय मीडिया बढ़ा चढ़ाकर पेश कर रहा हो लेकिन अमेरिकी मीडिया के लिए यह एक सामान्य से भी सामान्य यात्रा है जिसका जिक्र करना भी शायद जरूरी नहीं है।
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