भारत रत्न के समय क्या वाजपेयी नजर आएंगे

atal bihariदेश के पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को 27 मार्च को भारत के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। इस सम्मान को देने के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी स्वयं वाजपेयी के नई दिल्ली स्थित सरकारी निवास पर जाएंगे। वाजपेयी के निवास पर ही आयोजित समारोह में पीएम नरेन्द्र मोदी और अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहेंगे। इसमें कोई दोराय नहीं कि वाजपेयी को भारत रत्न पहले ही मिल जाना चाहिए था। वाजपेयी पिछले कई वर्षों से बीमार चल रहे हैं और लम्बे अर्से से उन्हें सार्वजनिक तौर पर देखा नहीं गया है। जानकारों की माने तो वाजपेयी की स्मृति खत्म हो चुकी है और वे पलंग से उठ भी नहीं सकते। इस अवस्था के कारण ही वाजपेयी को सार्वजनिक तौर पर नहीं दिखाया जाता है। अलबत्ता भाजपा के नेता कभी-कभार दावा करते हैं कि वाजपेयी ने उन्हें आशीर्वाद दिया है। पीएम बनने के बाद ऐसा ही आशीर्वाद नरेन्द्र मोदी ने भी लिया था। वाजपेयी जब भाजपा नेताओं को आशीर्वाद दे सकते हैं तो यह सवाल भी महत्त्वपूर्ण है कि जब 27 मार्च को वाजपेयी को भारत रत्न दिया जाएगा, तब क्या समारोह का कोई लाइव प्रसारण होगा? देश के करोड़ों लोग वाजपेयी को देखना चाहते हैं। लोगों की इच्छा है कि जब वाजपेयी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए तब टीवी पर उन्हें लोग देखे। ऐसा नहीं हो कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पीएम नरेन््रद मोदी आदि चुपचाप वाजपेयी को सम्मानित कर दें। कम से कम एक बार तो देशवासियों को वाजपेयी की झलक दिखानी ही चाहिए। एक समय था जब वाजपेयी सभाओं में भाषण देते थे, तो लाखों लोग शांति से वाजपेयी के भाषण को सुनते थे। ऐसा न हो कि सिर्फ राजनीतिक कायदे के लिए वाजपेयी को भारत रत्न दे दिया जाए और देशवासियों को वाजपेयी देखने को भी न मिले। जब यह कहा जा रहा है कि जीवित वाजपेयी को भारत रत्न दिया जाएगा, तब देशवासियों का भी यह हक बनता है कि वे अपने नेता को सम्मानित होते देखें। राष्ट्रपति यह पुरस्कार 27 मार्च को सायं पांच बजे देंगे। देखना है कि मोदी सरकार देशवासियों को वाजपेयी को दिखाती है या नहीं।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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