प्रधानमंत्रीजी,अब तो कुछ कीजिए

ओम माथुर
ओम माथुर
प्रधानमंत्रीजी,न अब शॉल भेजिए,न साड़ी लीजिए। न आम का स्वाद चखिए और न क्रिकेट की बात कीजिए। लातों के भूत बातों से नहीं मानते। हम ईद पर उन्हें मिठाई भेजते हैं,वो सीमा पार से गोलियां दागते हैं। जिन्हें प्यार की भाषा नहीं आती,उन्हें उन्हीं की भाषा में जवाब दीजिए। आपके 56 इंच सीने से देश को बहुत उम्मीद है। आप कहते थे,वो एक सिर काटेंगे, हम दस काट कर लाएंगे। आप कहते थे,हम आंतकवादियों को पाकिस्तान से लेकर आएंगे। लेकिन वो तो खुद ही बेखौफ आ रहे हैं और हमारे सैनिकों को मौत के घाट उतार रहे हैं।
आप पर देश को बहुत भरोसा था और है। जब आप चुनाव पहले सीना तानकर कुछ भी कहते थे,तो लोगों को लगता था कि वह अब सही हाथों में देश की बागडोर सौंप सकते हैं। तभी तो उन्होंने आपको साफ बहुमत दिया। ताकि कोई सहयोगी दल आपके काम में अडंगा नहीं डाल सकें और विपक्ष की हालत तो यह कर दी कि उसके इतने सांसद भी नहीं जीते कि विपक्ष का कोई नेता बन सके। भ्रष्टाचार,मंहगाई,कालाधन,वन रैंक वन पेंशन जैसे आपके बाकी वादों को तो चलो हम कुछ देर के लिए भुला देते हैं,लेकिन पाकिस्तान को सबक सिखाने की आपकी सीना तानकर की गई घोषणाओं पर अब आप अमल कर ही दीजिए। आखिर कब तक पाकिस्तान हमारी पीठ में छुरा घोंपता रहेगा? बार-बार उसके द्वारा अंजाम दी गई आंतकी वारदात के बाद हम उससे किसी भी स्तर पर बातचीत नहीं करने की बात कहते हैं। लेकिन फिर आप किसी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में उसके नाम के ही शरीफ प्रधानमंत्री से मुलाकात कर लेते हैं। हो सकता है आप पर इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय दबाव रहता हो,लेकिन मातृभूमि से बढ़कर और क्या हो सकता है? शायद ही कोई देशवासी पाकिस्तान के खिलाफ आप की किसी भी कार्रवाई का विरोध करें,लेकिन जरूरी ये है कि आप कोई कार्रवाई करें तो?
ओम माथुर 9351415379

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