इन दिनों सोशल मीडिया पर जमीनी मीडिया को लेकर काफी कड़वे बोल बोले जा रहे हैं। मीडिया ये नही करता, मीडिया ऐसा है, मीडिया वैसा है, बिकाऊ है, बाजारु है…. वगैरह वगैरह…। जिनके पास कोई काम नही है वो मीडिया पर लाठी लेकर पिल पड़े हैं। बिजली नही तो मीडिया जिम्मेदार, कोई घूस लेता है तो मीडिया जिम्मेदार, कत्ल हो तो भी मीडिया जिम्मेदार… पत्रकार बिक जाते हैं, सच नही लिखते वगैरह वगैरह। यह सब राग अलापने वाले बस एक दिन पत्रकारिता कर ले तो आंटे दाल का भाव पता चल जाएगा। मै मीडिया को दूध का धुला नही बता रहा हूँ, सिक्के के दूसरे पहलू को दिखाने की कोशिश कर रहा हूं। क्या कभी सोचा पत्रकार कितना एक्स्पर्ट होता है पुलिस, एम्बुलेंस से कितना तेज़ है पत्रकार घटना स्थल पर पहले पहुचता है उसके बाद पुलिस ,एम्बुलेंस पहुँचती है एक पत्रकार सुबह से शाम तक समाज के लिए दाैड़ता भागता है,, हर घटना की कवरेज कर आप तक पहुंचाता है। बरसात हो या कड़ाके की ठंड हर वक्त मैदान में रहता है… कभी किसी ने उसका दर्द साझा किया है,, नही किया… ताने देना, उलाहना आसान है। क्या उसका अपना परिवार नहीं है क्या उसके अपने माँ पिता भाई बहन पत्नी नहीं है आप समझते हैं मीडिया वाले को कोई दर्द नही होता है, उसका भी अपना परिवार है, पर क्यों कोई छुट्टी नही, किसी अवकाश में बड़ी घटना हो गई तो सब कैंसिल। क्या यह समाज की सेवा नही है। मेरा अनुरोध बस यही है हमें भी इंसान समझिये, सम्मान न कीजिए पर संवेदनशीलता तो दिखाईये। क्योंकि कलम के अंदर की स्याही भी इन कथित आलोचनाओं से सिसकती है साहेबान। मीडिया आपका है,, आप ही इसके न्यायाधीश है। देश सेवा भी देशभक्ति भी क्षमा के साथ। मीडिया।
निहत्ते है हम लोग,पर गज़ब की जंग लड़ते है।
कलम को हाथ में रख कर अदब की जंग लड़ते है।।
1 thought on “Proud of journalism……and journalist”
Comments are closed.
Find a cause and focus on it. Kid education will be a good one.
Anup
[email protected]