बहुत हंगामा बरपा है चूँकि एक खान ने अपना दर्द बयान कर दिया.. भक्त तो भक्त कुछ अभक्त भी #आमिर_खान को कोसने से नहीं चूक रहे.. कुछ पूछ रहे हैं किस देश में जाना चाह रहे हो तो कुछ सोच रहे हैं कि किस देश में धकेल दिया जाए जैसे कि यह उनके हाथ की बात हो..
वैसे कोई बताएगा कि आमिर खान ने #रामनाथ_गोयनका_अवार्ड_समारोह में ऐसा क्या बोल दिया जिसे लेकर इतनी उछल कूद या शर्मिंदगी हो रही है.. देश में फ़ैल रही असहिष्णुता के तो हम सब साक्षी है सिवाय भक्तों के.. साहित्यकारों का क़त्ल भी हम देख चुके और कइयों को सोशल मीडिया पर मिली धमकियां भी हम सबने देखी.. दो दिन पहले जयपुर के जवाहर कला केंद्र में कलाकारों के बाल पकड़ कर घसीटती पुलिस भी हमने देखी.. सोशल मीडिया पर संस्कारों का वास्ता देने वालों को खुद के कपड़े फाड़ बाहर आते भी हमने देखा.. किताब ए चेहरा हो या पिछलग्गू ट्विटर महिलाओं को अश्लील उपाधियों से नवाज़ती भीड़ भी हम आये दिन देखते हैं.. #तालिबानी_हिंदुओं के भगवान के खिलाफ जिसने 2 लाइन भी लिख दी उसके पूरे खानदान की नारियों से रिश्ता गांठते किन्नरनुमा भक्त आये दिन देखने को मिलते हैं..
यह सब देख कर हम शर्मिंदा नहीं होते.. न ही हम तब शर्मिंदा होते हैं जब देश के प्रधानमन्त्री विदेशों में जाकर बोलते हैं कि उन्हें भारत में पैदा होने पर शर्म आती थी.. (वैसे यह दीगर बात है की उनकी हर विदेश यात्रा देशवासियों को शर्मिंदा होने के दो चार मौके दे ही देती है)
#अख़लाक़ को झूठी #अफवाह फैला कर मार देने वाली भीड़ में शामिल चेहरों की तस्वीरें #मुज्जफरनगर दंगों की कारसाज भीड़ से मिलती भी हमने देखी और हम बिलकुल नहीं शरमाये..
फिर इससे इतर तो आमिर खान ने कुछ बोला ही नहीं सिवाय अपनी पत्नी के भयाक्रांत होने पर कहे गए एक वाक्य के.. क्या आमिर को अपनी पत्नी द्वारा व्यक्त डर को सबके सामने रख देने के चलते किसी दण्ड या निंदा का अधिकारी मान हम अपनी #असहिष्णुता का परिचय नहीं दे रहे..?
मुआफ़ कीजिये.. आमिर खान को बुरा भला बोलने से पहले जरा उन लोगों की क्लास लेकर दिखाइए जिनके कारण आज ऐसा माहौल बना जिसके चलते Uday Prakash जैसे लेखक इस कदर मज़बूर हो गए कि उन्हें मिला सम्मान भी वापिस करना बेहतर लगा.. यह मशाल सुलगे अभी कोई अधिक समय नहीं गुजरा पर लपटें फैलने लगी हैं.. यह एक दावानल बने इससे पहले सब संभाल लिया जाए तो बेहतर होगा.. वर्ना मेरे देश के कई लोग मशालें लेकर निकल ही पड़े हैं बिना किसी भय के..
सुरेन्द्र ग्रोवर की फेसबुक वाल से साभार
very well said i am also with Aamir Khan
Budhape Mai sathiya jaane ka nayaab udharan