कितनी अद्भुत (कुत्ती) चीज है राज नीति जो समाज के सभ्य, शरीफ, और ईमानदार लोगों को छोड़कर बाकी सभी को खूब सुहाती है यहाँ तक कि, कुछ लोग पार्ट टाइम तो कुछ फुल टाइम जॉब के रूप में अपना चुके है , इस धंधे में लगे कुछ लोग तो बाकायदा गिरोह ( पार्टियां ) बना कर अपने कारिंदो को किसी फौजी की भांति प्रशिक्षण भी देते हैं । यहाँ तक कि 4 – 5 वर्ष के अबोध बच्चों को भी इस नर्क में झोंक देने की कवायद आरम्भ हो चुकी है ? यह सुलभ धंधा अपराधी किस्म के लोगों को तो बहुत अधिक भाता है क्योंकि जहाँ पहले दबंग , अपराधी केवल जेल या अपराध की दुनिया तक सिमित थे आज पार्लियामेंट से लेकर गांव ग्राम की पंचायत प्रमुखी की कुर्सी पर बहुतायत में काबिज हो चुके है और माननीय बन कर धड़ल्ले से प्रशासन तक को धमकाते नजर आ सकते हैं ?
अब ऐसा तो हो नहीं सकता कि सत्ता की अंधी दौड़ में कोई बेईमान, भ्रष्ट, कालाबाजारी , मिलावट खोर व्यापारी वर्ग इससे अछुता रह जाय ? वह भी किसी न किसी ग्रुप में शामिल होकर सत्ता के कारीब पहुंच ही जाता है ? फिर बड़ा बिजनेसमैन कब पीछे रहता है वह तो इस खेल में खुल कर खेलता है और अपने धन बल पर सरकार गिरना और सरकार बनाना उनके बाएं हाथ का खेल ही बन जाता है ! कभी बाजपेयी की सरकार गिराने वाले अम्बानी हमेसा कांग्रेस के मददगार रहे और आज मोदी के सबसे बड़े भक्त हैं ? अडानी और जिंदल उनके दायें बाएं ही रहते हैं ?
PSingh, Meerut