चलो दिल्ली चलते है?

sohanpal singh
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गाज़ियाबाद के स्टेशन पर एक स्त्री दो आदमी आपस में तेज तेज बोल रहे थे लड़का हिंदी में तो स्त्री बिहारी भाषा तो अधेड़ तमिल मिश्रित हिंदी पंजाबी बिहारी भाषा में बात कर रहे थे ? स्त्री का कहना था हमें बिहार वाली ट्रेन पकड़नी चाहिए तो अधेड़ बोला नहीं बिहार नहीं जायेंगे वहाँसुशासन बाबू ने शराब बंद करदी है , स्त्री बोली तो मद्रास चलो अधेड़ बोला नहीं वहां भी नहीं जायेंगे सुना नहीं अम्मा ने सपथ लेते ही शराब की दुकाने बंद करवा दी हैं ? इतने में लड़का बोला हम कहीं और नहीं जायेंगे चलो हम दिल्ली चलते है , मेरे पास आधार है कहीं न कही मुझे कांग्रेस के भ्रस्टाचार के स्मारक मनरेगा में काम मिल ही जायेगा क्योंकि मोदी जी ने भी उस भ्रष्ठाचार के स्मारक को अभी तक जीवित रखा है ! और दिल्ली में शराब भी सस्ती मिलती है रहने के लिए अपने केजरीवाल साहेब ने रैनबसेरों का इंतजाम भी किया हुआ है ! इसलिए रामदेव के शब्दों में “अब इससे अच्छा और कहाँ मिलेगा ” चलो हम दिल्ली चलते है ! हमारी उत्सुकता चरम पर थी कुछ समझ में आया कुछ नहीं आया? क्योंकि हमें लगा की ये लोग शायद जहर खुरानी गिरोह के जैसे लग रहे थे? अंत में हम आगे बढे और पूंछ ही लिया क्यों भई आप क्यों लड़ रहे हो ! हमारी पर्सनालिटी देख कर वे तो घबरा गए ,स्त्री हाथ जोड़कर पुरुष की ओर इशारा करके बोली सर , ये मेरा पति है , थम्बीदुरै मद्रासी, मैं मलाई देवी बिहारी, और ये मेरा बेटा मिहारी जो दिल्ली में पैदा हुआ था ? हम लोग पंजाब में खेत मजदूरी कर रहे थे , वहां अब कोई सुरक्षा नहीं है इसलिए हम काम छोड़ कर यहाँ आ गए है ! और सोंच रहे है कहाँ जाएँ ? हम बोले वो सब तो ठीक है पहले यह बताओ तुम्हारे बेटे का नाम मिहारी क्यों है ? स्त्री बोली ये मद्रास और बिहार को मिला का बना है। इतने में लड़का बोला सर आप ही बताओ की दिल्ली से अच्छी जगह और कहाँ हो सकती है, मैं दसवी क्लास तक पढ़ा हूँ , दिल्ली में रहा तो और आगे भी पढ़ सकता हूँ शायद मुझे भी यूनिवर्सिटी की डिग्री मिल जाए ! हमे भी उस लड़के की बात में दम नजरआया तो हमने भी कह दिया हाँ हाँ तुम्हे दिल्ली में ही रहना चाहिए! इतना सुनते ही लड़के ने अपने माँ बाप के बैग पकडे और दिल्ली जाने वाली लोकल ट्रेन में चढ़ा कर स्वयं भी चढ़ गया , हम भी ट्रेन को जाते हुए दूर तक देखते रहे । और मुंह से निकल ही गया चलो हम भी दिल्ली चलते हैं !

एस.पी.सिंह, मेरठ।

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