संसद की सुरक्षा को खतरा कितना ?

sohanpal singh
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यूँ तो जो निन्दनीय कार्य एक माननीय सज्जन पुरुष भगवंत मान (यह हम नहीं संसदीय नियमावली के अनुसार ) ने किया है वह क्षमा के योग्य ही नहीं है ? क्योंकि यह संसद परिसर की सुरक्षा से सम्बंधित चीजों को उजागर करना कोई निन्दनीय न भी हो तो अपराधिक कृत्य तो है ही । जबकि हम संसद पर एक हमला पहले झेल चुके है ? जाने अनाने मान ने जो सुचना मीडिया पर अपलोड की है उसके लिए पाकिस्तान की कुख्यात आई एस आई करोडो रुपया खर्च करती है और अपने जासूसों को भारत में इसी कार्य के लिए भेजती है ? मान एक प्रसिद्ध मंचीय कलाकार गायक भी है उनके हजारो लाखो प्रसंसक भी होंगे । और वह पंजाब से भी आते है पंजाब जो एक समय आतंकी गतिविधियों का सबसे बड़ा केंद्र था इसलिए उनकी जासूसों से नजदीकी को नकारा नहीं जा सकता ? इस लिए उनके द्वारा कीुए गए कुकृत्य की गहन छान बीन होनी चाहिए अच्छा हो संसदीय समिति जाँच करे और उतने समय के लिए मान को संसद से दूर रखा जाय ? साथ ही देश हित में हम तो ईश्वर से यह प्रार्थना करते हैं कि मान निर्दोष हों और ये सब उन्होंने अनजाने में ही कर दिया हो ? क्योंकि दोषी साबित होने पर भारतीय संसद और लोकतंत्र के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा दाग होगा ? लेकिन सबसे बड़ा सवाल जो है वह यह है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है जहाँ बड़े पुजारीगण और मठाधीस सदस्य अपनी अपनी पार्टियो के इसारे पर घंटों संसद की कार्यवाही बाधित करते है वहीं छोटे दलों और निर्दलीय सदस्यों की कोई औकात ही नहीं है संसद में ? और शायद जाने अनजाने भगवंत मान भी इसी कुंठा का शिकार हो गए हों ?
एस0पी0 सिंह , मेरठ ।

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