फिर जनता की सुरक्षा कैसे होगी?

ओम माथुर
ओम माथुर
उत्तर प्रदेश के लोगों को आज झटका तो जरूर लगा होगा। जिस योगी सरकार को उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए चुना था,आज विधानसभा में प्लास्टिक विस्फोटक मिलने से खुद सरकार की सुरक्षा पर ही सवालिया निशान लग गया । अगर विधानसभा जैसी सुरक्षित जगह कोई ऐसा खतरनाक विस्फोटक रख सकता है,तो इसका मतलब यह हुआ कि सार्वजनिक स्थान पर इसे रखकर आसानी से जान माल का नुकसान पहुंचाया जा सकता है। खुद योगी कह रहे थे 500 ग्राम पीईटीअन से पूरा विधान भवन उड़ाया जा सकता है । भारी सुरक्षा और सीसी टीवी कैमरे लगे होने के बाद भी विस्फोटक विधानसभा मे कैसे पहुंचा, इसकी तो जांच होगी ही,लेकिन सवाल ये है कि जिसने विस्फोटक वहां रखा,उसने उसमे इसे उडाने के लिए टाइमर क्यों नहीं लगाया। यानी उसका इरादा नुकसान पहुंचाना नहीं था। और अगर नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता था,तो विस्फोटक रखकर वो क्या परखना चाहता था। जाहिर हैं अब विधानसभा की सुरक्षा बढ़ जाएगी, इसलिए दुबारा उसे इसका मौका नही मिलेगा। जहां विस्फोटक मिला वहां या तो मंत्री और विधायक जा सकते हैं या फिर वो कर्मचारी जिनकी वहां डयूटी होती है। यूं उत्तरप्रदेश विधानसभा में पचास से ज्यादा विधायकों पर आपराधिक मुकदमें चल रहे हैं, तो क्या इनमें से कोई इसे वहां रखकर आया था। अगर ऐसा है तो क्या अब जनप्रतिनिधि भी आतंकवादिय से मिले हुए हैं।अगर किसी कर्मचारी ने रखा है, तो इसलिए गम्भीर हैं कि क्या कर्मचारियों को बिना जांच विधानसभा मे तैनात कर रख दिया जाता है। या कहीं ये सरकार ही का तो कोई नया शगूफा नहीं है? यूपी मे सरकार बनने के बाद सुरक्षा के जो बडे बडे वादे योगी ने किए थे, उनमें सरकार नाकाम रही है। ऐसे मे अब सारा ध्यान और चर्चा इस तरफ बंट जाएगी। और इस काम में भाजपा माहिर है।और अगर ऐसा नहीं है तो फिर उत्तरप्रदेश की जनता की सुरक्षा भगवान भरोसे ही हैं।

ओम माथुर। अजमेर।9351415379

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