आखिर यह दोगलापंति क्यों?

भगवती प्रसाद शर्मा
भगवती प्रसाद शर्मा
बागी जजों के साथ खड़ी मंडली बड़े जोर शोर से एक बात कह रही है कि मुख्यन्यायाधीश अन्य जजों के ऊपर नहीं हैं, वे समानों में प्रथम हैं।(first among equals) चलो उनकी बात मान लेते हैं। उनके अनुसार ही CJI तथा शेष सभी जज समान हैं।अर्थात इनमें कोई भी छोटा बड़ा, सीनियर जूनियर नहीं है।
हाँ, यह भी एक तथ्य है कि CJI का एक विशेष अधिकार है कि वह किस प्रकार से बेंचों का गठन करे औऱ किस बैंच को कौन सा केस सुनवाई के लिए भेजे।
दूसरी ओर यही चांडाल चौकड़ी कहती है कि CJI मनमर्जी से केसेज़ का बटवारा करते हैं और दूरगामी परिणाम वाले महत्वपूर्ण केसेज़ जूनियर्स को सुनवाई के लिए भेजे जाते हैं।
अरे भाई एक ओर तो आप कहते हैं कि सभी जजेज़ समान (equa l) हैं तो फिर सीनियर जूनियर का भेद क्यों करते हैं।
दरअसल किस्सा मलाई का है, औऱ झगड़ा भी मलाई का है।पहले तो आम जनता नहीं समझती थी,परन्तु जब से यह ‘मुकदमा”जनता की अदालत’ में आया है, जनता सब समझ गई है।
(एडवोकेट भगवती प्रसाद झा’शर्मा, अजमेर)

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