राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता व उसके उन्नयन संबंधी अन्य मांगें
आदरजोग,मुख्यमंत्री महोदया,राजस्थान सरकार, जयपुर।विषय: राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता व उसके उन्नयन संबंधी अन्य मांगें।राजस्थानी भाषा जो आजादी पूर्व राजस्थान, मालवा, उमरकोट (पाकिस्तान) की राजभाषा थी, जिसकी मेवाड़ी, ढूंढाडी, मेवाती, हाड़ौती, वागड़ी, माळवी, ब्रज, मारवाड़ी, भीली, पहाड़ी, खानाबदोषी आदि बोलियां एवं डिंगळ-पिंगळ शास्त्रीय कविता की शैलियां हैं। इसके लाखों हस्तलिखित ग्रंथ शोध संस्थानों में प्रकाशन … Read more