भाजपा विधायक सुरेन्द्र पारीक ने कहा कि अनिल पारीक मेरा रिश्तेदार नहीं है

एस.पी.मित्तल
एस.पी.मित्तल

जयपुर के हवामहल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक सुरेन्द्र पारीक ने स्पष्ट कहा है कि अजमेर में रोडवेज के अजयमेरु डिपो के चीफ मैनेजर अनिल परीक से उनकी कोई रिश्तेदारी नहीं है। मैं अनिल पारीक से न तो कभी मिला और न ही मैं उन्हें जानता हंू। मुझे तो यह भी नहीं पता कि अनिल पारीक नाम का कोई व्यक्ति रोडवेज का चीफ मैनेजर है। विधायक सुरेन्द्र पारीक को यह सफाई इसलिए देनी पड़ी, क्योंकि 31 मार्च को एसीबी ने रोडवेज की एटीएस शीला चावला को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था। शीला ने एसीबी को पूछताछ में बताया कि प्राप्त रिश्वत की राशि में से 10 हजार रुपए चीफ मैनेजर अनिल पारीक के हिस्से के हैं। यानि रिश्वत की जानकारी अनिल पारीक को थी। हालांकि अनिल पारीक साफ कह रहे हैं कि शीला चावला द्वारा ली गई 20 हजार रुपए की राशि से उनका कोई संबंध नहीं है। एसीबी के शिकंजे में आने पर विधायक सुरेन्द्र पारीक भले ही अनिल पारीक से किसी प्रकार की रिश्तेदारी से इंकार करंे, लेकिन रोडवेज के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को जानकारी है कि अनिल पारीक स्वयं को विधायक पारीक का रिश्तेदार बताते रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत में अनिल पारीक हमेशा कहते रहे कि सुरेन्द्र पारीक उनके भाई हैं। रोडवेज के कर्मचारियों की माने तो पिछले दिनों अनिल पारीक के पुत्र का जयपुर में जो विवाह हुआ उसमें भी भाजपा विधायक सुरेन्द्र पारीक ने भाग लिया। असल में एसीबी की नजर पिछले कई माह से चीफ मैनेजर अनिल पारीक पर लगी हुई थी। व्यापक छानबीन के बाद ही 31 मार्च को एसीबी ने अनिल पारीक के अधीन काम करने वाली एटीआई शीला चावला को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। शीला ने यह राशि बस कंडेक्टर रामराज सिंह की एक विभागीय जांच को अनिल पारीक से समाप्त करवाने के लिए ली थी। अब देखना है कि एसीबी अनिल पारीक को किस प्रकार से अपनी गिरफ्त में लेती है। एसीबी अनिल पारीक के भाजपा विधायक सुरेन्द्र पारीक से संबंधों की भी जानकारी एकत्रित कर सकती है।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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