क्या गुर्जर समाज फिर तैयारी कर रहा हे आंदोलन की

हेमेन्द्र सोनी
हेमेन्द्र सोनी
क्या राजस्थान का गुर्जर समाज एक बार फिर तैयारी कर रहा हे आंदोलन की । क्या राजस्थान को फिर एक बार आंदोलन, आगजनी रेलों की पटरियां उखाड़ना एवं रेलों और बसों में तोड़फोड़, हाइवे पे जाम और वाहनों में आगजनी, आम आदमी को फिर भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा….?
यह संकेत दिया हे राजस्थान मे गुर्जर समाज के बड़े नेता करनल किरोड़ी सिंह बैंसला ने अपने ताजा बयान में ।
बैंसला ने कहां हे की इस बार हमारे साथ नाइंसाफी हुई तो पानी सर के ऊपर से गुजर सकता हे, गुजरात में तो कुछ भी नहीं हुवा हमारा प्लान कुछ ज्यादा ही खतरनाक हे और हम कहते नहीं हे कर के दिखाएँगे और ऐसा करेंगे जैसा आज तक कही नहीं हुवा ।
यह केवल बयान नहीं हे बाकायदा इसके लिए बैंसला आंदोलन के लिए तैयार रहने के लिए रोजाना 200 से 250 किलोमीटर की यात्रा करते हे और गाँव गाँव शहर शहर जाके आंदोलन के लिए तैयार रहने का आह्ववान कर रहे हे और उन्हें भरपूर समर्थन भी मिल रहा हे ।
बैंसला के यह बयांन किस और इशारा करते हे शायद सरकार बहुत अच्छी तरह समझती हे की यदि आने वाले समय में राजस्थान में गुर्जर समाज द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर कोई आंदोलन किया जाता हे तो राजस्थान की कानून व्यवस्था को किन हालातो का सामना करना पड़ सकता हे ।
ये सब क्या हे कोई व्यक्ति सरकार को और खुले आम चेलेंज कर रहा हे और सरकार तमाशबीन बन के बेठी हे । क्या इतने पावरफूल हे बैंसला की उनकी राज्य सरकार को इन धमकियो के बावजूद सरकार की और से कोई एक्शन लेने की हिम्मत नहीं , और इन्हें हाई कोर्ट पे भरोसा नहीं की उसके फैसले का इन्तजार करे, या इसके अंदर कोई अलग ही खिचड़ी पाक रही हे ।
यह केसी राजनीति और कैसा शासन तंत्र । और यदि ऐसा ही होना हे तो आंदोलन की क्या जरुरत हे भारत और राज्यो में सभी को पूरा का पूरा आरक्षण का कोटा सभी जातियो में बराबर बाँट देना चाहिए या आरक्षण की इस लाइलाज बिमारी को आरक्षण के नासूर को हमेशा हमेशा के लिए दफ़न कर देना चाहिए । राज्य में कानून व्ययस्था ना बिगड़े इसका लोगो को विस्वास दिलाना चाहिए ।
पिछ्ली बार भी आंदोलन के दौरान लाखो लोगो को कितने दिनों तक भारी परेशानी का सामना करना पड़ा और राज्य की करोडो रुपयो की संपत्ति को नुक्सान हुवा लेकिन जीम्मेदारी किसी की तय नहीं हुई और इनके खिलाफ मुकदमें का भी कोई एक्शन नहीं ।
राजस्थान शांत प्रदेश हे इसमें किसी प्रकार की अशांति ना फेले इसके लिए राज्य सरकार को जागरूक होकर आंदोलन की तारीख निश्चित होने से पूर्व ही इस समस्या का कोई स्थाई समाधान खोजने के लिए सर्वमान्य हल निकालने की रणनीति का कार्य शुरू कर देना चाहिए और आंदोलन से होने वाले नुकसान से राज्य को बचाने के लिए उचित कदम उठाने और राज्य को एक विकासशील राज्य बनाने के लिए प्रयास करने चाहिये ।
जय जय राजस्थान….
हेमेन्द्र सोनी @ bdn ब्यावर

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