अम्बर से हो …….या झरने से……..
सागर…ताल…नदी का पानी…………..
जीवन की जिन्दगानी………
कहता एक कहानी………….बहता पानी।
जीवन की जिन्दगानी………
अम्बर से हो…….या झरने से………..
सागर….ताल…नदी का पानी……………
जीवन की जिन्दगानी…….
कहता एक कहानी………….बहता पानी।
सूखे खेतॉ सूखी रेत….सूखी हरियाली…….
पशुॉ पक्षी और पतंगो की सूखी डाली…..
प्यासी धरती रोकर कहती…..
अपनी वानी……बहता पानी……..
जीवन की जिन्दगानी………..
कहता एक कहानी……….बहता पानी।
कहीं तू खारा…..कहीं तू मीठा……
कैसी तेरी लीला………..
करे कंठ तू गीला…..करे कंठ तू गीला……
स्वाति बंूद…शीप का मोती………..
कहता तेरी कहानी……बहता पानी…………
जीवन की जिन्दगानी………..
कहता एक कहानी…….बहता पानी।
है….रसातलॉ भूतल में…..बादल बन गगन बसेरा…..
बंूद. …..बूंद. जब गिरे जमीं पर…….तब बनती अमृत धारा…
तुझसे है यह जीवन डोर………..
सच्ची तेरी कहानी………..बहता पानी।
अग्बर से हो…….या झरने से………..
सागर….ताल…नदी का पानी……….
जीवन की जिन्दगानी………
कहता एक कहानी………बहता पानी।
जीवन की जिन्दगानी……
कहता एक कहानी…..बहता पानी।
गीतकार….. खेम चन्द्र रैकवार ( आनन्दा )
वार्ड नम्बर 01ॉ पिपरी नौगॉंवॉ जिला छतरपुर मध्य प्रदेश
बुन्देल खण्ड 471201
मो0…08109320301ॉ 09893886194