क्या हर्ज है , एक अकेले अकबर रोड ही क्यों पुरे देश से ही विदेशियों और गैर बीजेपी वाले नाम से जो भी शहर ,गावँ, योजना , सड़के ,हैं उन सब कानाम ही नहीं निशान भी बदल देना चाहिए , संसद भवन को मोदी भवन, और राष्ट्रपति भवन को केशव भवन और कनाट प्लेस को भागवत प्लेस? और नार्थ ब्लाक को अडानी ब्लाक तो साउथ ब्लाक को अम्बानी ब्लाक बना देना चाहिए ? माननीय उच्च न्यायलय को जेटली भवन और माननीय उच्चतम न्यायालय को सुब्रमण्यम स्वामी के नाम समर्पित कर देना चाहिये ? आर बी आई को कुबेर का खजाना नाम देना चाहिए ? जब इनसे फुर्शत मिले तो देश के सभी गैर भाजपाई छात्र संघटनो को कन्हैया समेत , सभी वामपंथियो एस पी , बी एस पी और कांग्रेसियों को एक बड़े से समुंद्री जहाज में बैठा कर दूर चीन सागर में डूबा देना ही श्रेयकर होगा ? केजरीवाल को एक केप्सूल में डाल कर लालकिले के प्राणांग में दफ़न कर देना चाहिए ? और बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान उनकी ही मूर्ति के हाथो में थमा कर सुदूर हिमालय की किसी घाटी में स्थापित कर देना चाहिये तभी मोदी जी निर्बाध रूप में देश सेवा कर सकते है अन्यथा अगले तीन वर्ष उनकी भविष्य की गति तय करने के लिए बहुत काम समय है ?
एस.पी.सिंह, मेरठ ।
आप खाना खा लो चिंता मत करो आपकी तबियत खराब हो जायेगी …..ये काम जनता कर देगी……5 राज्यों के नतीजे मत देखना ….लू लग जायेगी