कुछ दिनो से व्हाट्सअप,ट्वीटर और फेसबुक पर लोगो को कसमे खाते पढ़ रहा हूँ कि चीन का सामान नहीं खरीदेंगे….ओर अखबारो मे भी देख रहा हू चीनी सामान ओर विदेशी सामान नही खरीदेंगे पर जो लोग कसमे खा रहै विदेशी सामान जला रहै वो अपनी जेब नही देख रहै है जिसमे विदेशी कम्पनी का मोबाईल पडा है ऊसके बारे मे वो कुछ नही बोलते जिस मोबाईल से देशी कम्पनी का माल खरीदने का संदेश भेजते है वो भी विदेशी होता है सरकार जो सडको पर एलईडी लाइटे लगवा रही है वो भी चीन से आ रही है ऊसके खिलाफ भी तो बोलना चाहिये व्यापारीयो को कहा जा रहा है चीनी माल मत बेचो लेकिन सरकार जो खुद ठेके पर लाईटो का ठेका दे रही है वो सब भी तो चीनी है आजकल हर घर मे डीश टीवी का एंटीना ओर बाक्स लग रहा है यह भी तो चीन मे बनकर आ रहा है अब समज नही आता सरकार अपने सारे ठेके चीन की कम्पनी को ही क्यो देती है भारत सरकार को चाहिये की चीन से आने वाले सामान पर जादा टेक्स बडा देना चाहिये जिससे भारतीय कम्पनीयो का माल सस्ता मिले ओर जादा बिके ओर आगे से कोई आपके पास आये ओर कहै की चीनी ओर विदेशी माल मत खरीदो तो ऊससे कहो अपना मोबाईल दिखा ओर गाडी दिखा ओर जादा कहै तो बोलो तेरे घर मे फ्रिज वाशीगं मशीन एसी कोनसी कम्पनी का है होश ऊड जायेगे ऊसके चीनी ओर विदेशी कम्पनीयो की कमर तोडने का एक ही ऊपाय है इनका टेक्स बडा देना चाहिये ऊसके बिना कुछ नही हो सकता अभी देशभक्ती दिखाने का मोसम चल रहा है अपने आप को देशभक्ती दिखाने के लिये चीनी माल विदेशी माल का विरोध करेगे ओर अखबारो मे नाम छपवायेगे ओर अगले अगले दिन अखबार की खबर ओर अपनी फोटो अपने विदेशी मोबाईल से पोस्ट करेगे ओर लिखेगे आज हमने चीनी ओर विदेशी माल का विरोध किया ओर लाईक ओर कमेंट जादा आयेगे तो बहुत खुश होगे ऐसे नेताओ से मेरा निवेदन है की चीनी माल ओर विदेशी कम्पनीयो का विरोध पहले अपने परिवार मे करे तभी यह एक आन्दोलन का रूप लेगा
विजय काकाणी