मौत का महीना, अगस्त और न्यू इंडिया

Ayush Laddha
Ayush Laddha
वाकई, अगस्त 2017 ने यह साबित कर दिया कि अगस्त में तो मौतें होती ही है। चाहे 3 बार हुए रेल हादसे हों, गोरखपुर का बीआरडी अस्पताल हो, भीड़ का पागलपन हो या मुम्बई की बारिश, अगस्त का महिना ही खराब है। और इस गैर जिम्मेदाराना रवैये के लिए अगस्त के महिने को कैलेंडर से इस्तीफा दे देना चाहिए। एक महिने की गलती के लिए प्रशासन से इस्तीफा मांगने वालों की मैं “कड़ी निन्दा” करता हूँ। हाल ही में, चंद्रमा और मंगल पर भारी बहुमत से जोड़ तोड़ कर सरकार बनाकर लौटे, आकाशगंगा के सबसे शक्तिशाली (राजनीतिक तौर पर) व्यक्ति नामित शाह ने यह साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी का कोई व्यक्ति नैतिक तौर पर इस्तीफा नही देगा, सही भी है, जब नैतिकता बची ही नही, तो उसके नाम पर इस्तीफे देने की प्रक्रिया कहाँ तक जायज़ है। हालांकि यह अलग बात है कि ये वही लोग हैं, जो शहर की सड़क में स्पीड ब्रेकर दिखने पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री का इस्तीफा मांग लिया करते थे। खैर, अपना अपना होता है, और पराया पराया, और जब अपने पास इतना पैसा और ताकत हो, तो पराया भी जबरदस्ती अपना बन सकता है (इस बात का आप विधायक कपिल मिश्रा जी, वेदप्रकाश जी और गुजरात के कांग्रेस विधायकों से कोई लेना देना नही है) । बहरहाल, स्वदेशी व्यापारी (बाबा) कामदेव को एक “स्वदेशी” पंचांग बनाने का ठेका दिया गया है, जिस में साफ तौर पर अगस्त को मौत का महिना बताते हुए, उसकी कड़ी से कड़ी निन्दा करने का आदेश दिया गया है, हो सकता है उसकी काली करतूतों के लिए उसे अगले साल से निलंबित भी कर दिया जाए, और बाकी महीनों की जिम्मेदारी भी साफ साफ तय की जाए, ऐसा आदेश जारी हुआ है। उम्मीद है कि सितंबर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन अच्छे से करेगा, अन्यथा ये “लोक-कल्याणकारी सख्त सरकार” उसे भी निलंबित कर सकती है। मैंने 26 साल के अपने अल्प जीवन मे इतनी अच्छी सरकार नही देखी जो प्रशासन ही नही, अपितु हर महीने और वार की जिम्मेदारी इतने अच्छे से तय करे, और जिम्मेदारी पूरी ना होने पर उसकी तुरंत प्रभाव से कड़ी निन्दा कर दे। ब्रम्हांड की सबसे बड़ी संस्था, यूनेस्को (सम्पूर्ण ब्रम्हांड शाखा) ने मोदी सरकार को पहली ऐसी सरकार माना है, जिसमे सांसद, मंत्री, प्रधानमंत्री को छोड़, महिनो को जिम्मेदार और जवाबदेही घोषित किया गया है। आप कांग्रेसी और आपटार्ड लोग कभी नही समझेंगे, यही मोदीजी के “न्यू इंडिया” की शुरुआत है।

– CA Ayush Laddha

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